
शशि मिश्रा

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए रिश्वतखोरी में लिप्त एक राजस्व अधिकारी को रंगे हाथों पकड़ लिया। जानकारी के मुताबिक, सीपत तहसील के नायब तहसीलदार देश कुमार कुर्रे को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए एसीबी की टीम ने एनटीपीसी सीपत स्थित कॉफी हाउस से गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई से पूरे राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया है।
एसीबी बिलासपुर के डीएसपी अजितेश सिंह ने बताया कि शिकायत ग्राम बिटकुला निवासी प्रवीण पाटनवार ने की थी। प्रवीण ने आरोप लगाया था कि उसकी मां के नाम पर दर्ज 21 एकड़ जमीन की फौती (उत्तराधिकार दर्ज) प्रक्रिया के लिए नायब तहसीलदार ने 1.5 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी। शिकायत दर्ज होने के बाद एसीबी ने मामले की गोपनीय जांच की और रिश्वत मांगने के प्रमाण मिलने पर ट्रैप कार्रवाई की योजना बनाई।
योजना के अनुसार, आज प्रार्थी प्रवीण पाटनवार को 50 हजार रुपए की पहली किश्त लेकर आरोपी नायब तहसीलदार से मिलने भेजा गया। जैसे ही उसने पैसे लिए, एसीबी की टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान अधिकारी के पास से पूरी रिश्वत की रकम बरामद की गई। इसके बाद आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
एसीबी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। टीम अब यह भी जांच कर रही है कि आरोपी ने पहले भी इस तरह की रिश्वतखोरी के कितने मामले किए हैं और क्या इसमें अन्य कर्मचारी या अधिकारी भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि एसीबी बिलासपुर की यह पिछले डेढ़ साल में 37वीं सफल ट्रैप कार्रवाई है। इस कार्रवाई से न केवल सरकारी दफ्तरों में काम कराने के नाम पर रिश्वत मांगने वालों में खलबली मच गई है, बल्कि आम नागरिकों में भी एसीबी पर भरोसा बढ़ा है।
ब्यूरो ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि अगर किसी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा रिश्वत मांगी जाती है, तो वे बिना डर के एसीबी को सूचित करें, ताकि भ्रष्टाचार पर सख्त कार्रवाई की जा सके और ईमानदार व्यवस्था को बढ़ावा मिले।
