

विकसित भारत और आत्म निर्भर भारत के विषय पर सातवीं अंतराष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी भारत की राजधानी नई दिल्ली में की जा रही है । भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में ग्रीन एजुकेशन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और आत्म निर्भर भारत विषय पर इस सम्मेलन का आयोजन भारतीय हैबिटेट केंद्र नई दिल्ली में किया
जा रहा है। सताइस देशों से आए हुए प्रतिनिधि इस सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपनी सहभागिता दे रहे है।
इस सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधीत्व भारत माता आंग्ल माध्यम शाला बिलासपुर की टीम कर रही हैं।

वेस्ट मैनेजमेंट पर तैयार की गई उनकी परियोजना “कचरा लक्ष्मी” को ज्यूरी के सामने प्रस्तुत किया। जहां उनकी परियोजना को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। फादर सलीन पी के नेतृत्व में शाला के विज्ञान शिक्षक पानू हालदार और पूनम सिंह के सहयोग से अभिजीत भारद्वाज,यशवंत विश्वकर्मा, आदर्श एक्का, कृष्णा रजक ने इस परियोजना का निर्माण किया। सुखी पत्तियों और मध्यान भोजन से बचे हुए खाद्य पदार्थों से अपने नई खोज लीफ ग्राइंडर मशीन का उपयोग कर कम से कम समय में खाद का निर्माण कर किसानों के क्रांति ला दी है।
इनकी टीम द्वारा घर में ही गीले और सुखे कचरे को अलग अलग डस्ट बिन में डालना, प्लास्टिक कचरे का उचित निष्पादन करना, अपने व्यवहार के परिवर्तन लाना, इस विषय पर बदलाव कैंपेन से नुक्कड़ नाटक द्वारा बहुत ही अच्छे तरीके से प्रस्तुत किया। उनके इस प्रयास के लिए उन्हें यह पुरस्कार दिया गया।
