ट्रेडिंग में दोगुना लाभ का झांसा, 20 लाख की धोखाधड़ी, बिलासपुर में दो बड़ी ठगी की घटनाएं, 21 लाख से ज्यादा की रकम हड़पी गई,  क्रेडिट कार्ड एक्टिवेशन के नाम पर साइबर ठगी, 1.18 लाख की चपत

पहला मामला: ट्रेडिंग में दोगुना लाभ का झांसा, 20 लाख की धोखाधड़ी


बिलासपुर। शेयर मार्केट में निवेश कर दोगुना लाभ कमाने का झांसा देकर एक दंपती से 20 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। यह घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र की है।

रेलवे स्टेशन रोड निवासी राहुल ठक्कर (30) की पहचान अपने साले हर्षित बोमरडे के माध्यम से आदित्य यादव (20), निवासी कुदुदंड से हुई थी। आदित्य ने खुद को शेयर मार्केट में काम करने वाला बताया और ट्रेडिंग में पैसा लगाकर हर माह लाभ देने का वादा किया।

आदित्य का मंगला चौक के पास ‘यादव ट्रेडर्स’ नाम से ट्रेडिंग फर्म का ऑफिस बताया गया, जहां राहुल को बुलाकर उसे बांड पेपर और अन्य दस्तावेज दिखाए गए। भरोसा दिलाया गया कि उसका पैसा सुरक्षित रहेगा और नियमित लाभ मिलेगा।

राहुल ने अपनी पत्नी मालविका मेश्राम से सलाह कर 30 नवंबर से 30 दिसंबर 2023 के बीच 20 लाख रुपये निवेश किए। इसके बाद आदित्य गायब हो गया और फोन भी बंद कर दिया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी आदित्य यादव के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।

दूसरा मामला: क्रेडिट कार्ड एक्टिवेशन के नाम पर साइबर ठगी, 1.18 लाख की चपत


बिलासपुर। साइबर ठगों ने क्रेडिट कार्ड एक्टिवेशन के नाम पर एक व्यक्ति से 1 लाख 18 हजार रुपये की ठगी कर ली। यह मामला भी सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।

सिंधी कॉलोनी भक्त कंवर मार्ग निवासी राजेश कुमार तलरेजा (52) को 3 जून को एक अज्ञात नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को इंडसइंड बैंक के क्रेडिट कार्ड विभाग का कर्मचारी बताया और व्हाट्सएप के जरिए एक लिंक भेजा।

राजेश ने लिंक ओपन करने की कोशिश की, लेकिन लिंक नहीं खुला। इसके बाद ठग ने दूसरा लिंक भेजा। इसे खोलने के बाद राजेश ने आधार कार्ड नंबर और क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स साझा कर दी। इसके कुछ ही देर बाद उसके खाते से दो बार में कुल 1,18,591 रुपये निकाल लिए गए।

इस राशि से ऑनलाइन खरीदारी की गई। राजेश की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

पुलिस की अपील


पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति या ऑनलाइन लिंक पर भरोसा न करें। निवेश या बैंक संबंधित किसी भी जानकारी को साझा करने से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें। साइबर अपराध से सतर्क रहकर ही बचाव संभव है।

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