आरएसएस कार्यकर्ता विकास वर्ग प्रथम मध्यक्षेत्र का समापन, 382 स्वयंसेवकों ने लिया प्रशिक्षणसमाज और देश का वैभव जागरूक समाज के सामूहिक प्रयास से ही संभव: दीपक विस्पुते

बिलासपुर।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा आयोजित कार्यकर्ता विकास वर्ग-प्रथम (सामान्य) मध्यक्षेत्र का समापन समारोह शनिवार को कोनी स्थित सरस्वती शिशु मंदिर परिसर में सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में संघ के अखिल भारतीय सह बौद्धिक प्रमुख दीपक विस्पुते मुख्य वक्ता रहे, जबकि छत्तीसगढ़ लोकनाचा राष्ट्रीय रासधारी (रहस) के प्रख्यात कलाकार डॉ. उग्रसेन कन्नौजे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

समारोह को संबोधित करते हुए दीपक विस्पुते ने कहा कि प्राचीन भारत ही श्रेष्ठ भारत था, किंतु विदेशी आक्रांताओं के हजार वर्षों के शासन के कारण समाज में आत्मगौरव और आत्मबल की भावना का अभाव हो गया, जिससे सामाजिक पतन हुआ। उन्होंने कहा कि “कृणवन्तो विश्वार्यम” का संदेश देने वाला हिंदू समाज कभी संकट में घिर गया था, परंतु आरएसएस ने पिछले 100 वर्षों से समाज जागरण और राष्ट्र निर्माण का कार्य निरंतर किया है।

विस्पुते ने जोर देते हुए कहा कि समाज और देश का वैभव केवल किसी एक संस्था या संगठन से नहीं आता, बल्कि जागरूक समाज के सामूहिक प्रयास से ही एक समृद्ध, समरस और शक्तिशाली भारत की रचना संभव है। उन्होंने 2047 तक भारत को विश्वगुरु बनाने के लक्ष्य की ओर कार्य करने का आह्वान किया।

मुख्य अतिथि डॉ. उग्रसेन कन्नौजे ने स्वयं को संघ के मंच पर पाकर गौरवांवित बताया और कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ही ऐसा संगठन है, जो छोटे-छोटे समाजों को जोड़ते हुए हिंदू संस्कृति और पद्धति को चिरस्थायी बनाए रखने का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज के युवा वर्ग को मातृभूमि की रक्षा और समाज सेवा के लिए तैयार करना अत्यंत आवश्यक है।

समापन समारोह में स्वयंसेवकों द्वारा घोष वादन, समता, आसन, नियुद्ध, पद विन्यास, दंड संचालन और राष्ट्रभक्ति गीत का प्रभावशाली सामूहिक प्रदर्शन किया गया, जिसे दर्शकों ने सराहा।

382 स्वयंसेवकों ने लिया प्रशिक्षण, पर्यावरण को लेकर दिखाई जागरूकता

कार्यकर्ता विकास वर्ग-प्रथम में मध्य क्षेत्र के 308 स्थानों से आए कुल 382 स्वयंसेवकों ने भाग लिया। 20 दिवसीय इस प्रशिक्षण वर्ग में 58 शिक्षक और 13 पालक कार्यकर्ता पूरे समय उपस्थित रहे। वर्ग कार्यवाह विक्रम सिंह ने प्रशिक्षण वर्ग का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और सभी अधिकारियों का परिचय कराया।

इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण दिवस पर पौधारोपण का आयोजन भी किया गया। शिक्षार्थियों, शिक्षकों और अधिकारियों ने मिलकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इसके साथ ही वर्ग में प्लास्टिक बोतलों से बने उपयोगी वस्तुओं की एक प्रदर्शनी लगाई गई और इको वृक्ष एवं सीड बॉल निर्माण जैसे नवाचार कार्य भी किए गए।

समारोह में बिलासपुर विभाग संघचालक डॉ. राजकुमार सचदेव, अनिरुद्ध काउरवार, वर्ग पालक अधिकारी प्रवीण गुप्त, क्षेत्र व्यवस्था प्रमुख सुरेश, क्षेत्र प्रचार प्रमुख कैलाश सहित अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। समापन पर गणपति रायल ने सभी अतिथियों और कार्यकर्ताओं के प्रति आभार प्रकट किया।

यह समापन समारोह संघ के मूल विचार – “संघ निर्माण से समाज निर्माण, और समाज निर्माण से राष्ट्र निर्माण” को साकार करता प्रतीत हुआ।

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