


विश्वसनीय सूत्रों से खबर है कि बिलासपुर में दो कुख्यात अपराधी आपस में संगठित हो चुके हैं, जिनके द्वारा किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी चल रही थी, लेकिन इससे पहले ही हथियार के जखीरे के साथ एक पकड़ा गया।
बिलासपुर में ऐसा कोई अपराध नहीं जिसे शाहबाज हुसैन उर्फ शीबू ने अंजाम न दिया हो। राजीव गांधी चौक निवासी शीबू खान शहर की गिनती शहर के बड़े अपराधियो में होती है । बुधवार रात पुलिस को सूचना मिली थी कि वह मादक पदार्थों की स्मगलिंग भी कर रहा है। पुख्ता सूचना के बाद पुलिस ने राजीव गांधी चौक के पास स्टॉपर लगाकर उसके सफारी स्टॉर्म क्रमांक सीजी 10 AE 7361 को रोका। तलाशी में उसके वाहन से 30 शीशी कोडीन युक्त कफ सिरप मिली। इसी दौरान पुलिस को यह जानकारी भी हुई कि शीबू के पास भारी मात्रा में अवैध हथियार है। पुलिस तुरंत सतर्क हुई और शातिर बदमाश शाहबाज खान उर्फ शीबू को अपने कब्जे में लिया। तलाशी में उसके पास तीन पिस्टल, 26 जिंदा कारतूस और सात खाली खोखे मिले।

पुलिस का पता चला कि वह बिलासपुर के एक और कुख्यात तड़ीपार के साथ गैंग बनाकर किसी बहुत बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था। उसके निशाने पर बिलासपुर के कई बड़े नाम थे । फिलहाल पुलिस ने शातिर अपराधी शिबू खान को गिरफ्तार किया है। वहीं जल्द ही मामले में और भी गिरफ्तारी हो सकती है। शिबू खान पर पहले ही सुपारी किलिंग, हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज है और ऐसे कई अपराध है जिनमें पीड़ित उसके खिलाफ अपराध दर्ज कराने की हिम्मत तक ना कर पाये। पिछली सरकार में शिबू खान की ताकत बहुत बढ़ गई थी उसने बाकायदा अपना गैंग बना लिया है । इस कार्रवाई ने पुलिस को भी चौकन्ना कर दिया है। मामले की गहरी पड़ताल जरूरी है क्योंकि यह भी बताया जा रहा है कि उनके तार ऐसे लोगों से जुड़े हुए हैं जो शहर के लिए खतरे की घंटी है। इस मामले में उस शातिर अपराधी का भी नाम आ रहा है जिसे कुछ समय पहले तड़ीपार किया गया था। इधर बताते हैं कि जब पुलिस शिबू खान को गिरफ्तार कर थाने ले आई तो एक कथित हिंदू संगठन से जुड़े नेताजी उसे छुड़ाने थाने पहुंच गए और पुलिस पर दबाव बनाने लगे, लेकिन बाद में उन्हें दुम दबाकर भागना पड़ा।

पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि अपराधी शीबू खान हथियार के संबंध में स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहा है। वह पुलिस को गुमराह करने के लिए बार-बार बयान बदल रहा है, लेकिन उसके मोबाइल में ऐसे कुछ कोड वर्ड में संकेत मिले हैं जिससे पता चलता है कि उसका बाहरी गैंग से भी संपर्क है । पुलिस उसे रिमांड पर लेकर इन सब के जवाब ढूंढने की बात कह रही है।
