

बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार हो रहे हिंसक वारदातों के विरोध में बिलासपुर में मंगलवार को जन आक्रोश रैली निकालने की तैयारी है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बाद षडयंत्र पूर्वक बांग्लादेश को भी हिंदू मुक्त करने की साजिश जारी है। कथित आरक्षण के विरोध के बाद शेख हसीना के तख्ता पलट के ड्रामा के पश्चात अब बांग्लादेशी कट्टरपंथी अपने असली मकसद पर काम कर रहे हैं। वहां लगातार हिंदू आबादी पर अत्याचार किया जा रहा है। उनकी हत्या, महिलाओं के साथ बलात्कार ,धर्मांतरण के साथ मंदिरों को तोड़ा जा रहा है।

इस्कॉन के चिन्मय कृष्ण दास पर कथित देशद्रोह मामला दर्ज कर उन्हें जेल में ठूंस दिया गया है। भारत लगातार इसमें अपना विरोध दर्ज कर रहा है लेकिन इसका कोई प्रभाव नहीं दिख रहा। लेकिन देश भर में बांग्लादेशी हिंदुओं के समर्थन में प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को सर्व हिंदू समाज द्वारा बिलासपुर में विशाल आक्रोश रैली निकाली जाएगी। रैली की तैयारी को लेकर रविवार को सरस्वती शिशु मंदिर तिलक नगर में बैठक की गई, जहां उपस्थित हिंदू समाज के लोगों ने इस अंतरराष्ट्रीय साजिश पर अपने विचार रखे और सभी हिंदुओं से सोमवार की आक्रोश शैली में सम्मिलित होने का आह्वान किया।

यह जन आक्रोश रैली 3 दिसंबर मंगलवार दोपहर 2:00 बजे लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान से निकलेगी, जो मुख्य मार्ग से होते हुए नेहरू चौक पहुंचेगी, जहां रैली का समापन होगा । सर्व हिंदू समाज ने सभी हिंदू भाई बहनों, समाज के अध्यक्ष, पदाधिकारी सामाजिक संगठनों, दुर्गा उत्सव समितियां से संगठित होकर इस रैली में शामिल होने और बांग्लादेश सरकार सहित भारत सरकार को बांग्लादेश में रहने वाले हिंदुओं की रक्षा सुरक्षा सम्मान हेतु मजबूर करने का आह्वान किया है।
