

फर्जीवाड़ा कर दूसरे की जमीन बेचने के मामले में फरार आरोपी पकड़े गए हैं। कुसमुंडा कोरबा निवासी छत्रपाल सिंह कश्यप ने ग्राम चिल्हाटी स्थित खसरा नंबर 237 /40, 239 /34 रकबा 1500 वर्ग फीट जमीन ज्ञानेश्वर सिंह से खरीदी थी. इसके अलावा उन्होंने खसरा नंबर 237 /45, 239, 96 1500 वर्ग फीट जमीन दुर्गेश देवांगन से खरीद कर रजिस्ट्री कराई थी। बाद में पता चला कि इस जमीन के असली मालिक ने जमीन बेची ही नहीं, बल्कि गजेंद्र सिंह जांगड़े और उसके साथियों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर धोखाधड़ी कर जमीन बेच दी । इसकी शिकायत सरकंडा थाने में की गई थी। पुलिस ने पूर्व में आरोपी गजेंद्र को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि उसके साथी फरार थे। पुलिस ने इस मामले में ग्राम गुनसरी तखतपुर निवासी नरेंद्र टंडन और रामप्रसाद बंजारे को गिरफ्तार किया है।
इसी से मिलता जुलता मामला दुर्गा प्रसाद पांडे का भी है, जो मंगल नगर कोरबा में रहते हैं । उन्होंने भी चिल्हाटी में खसरा नंबर 237/86, 239/ 68 1617 वर्ग फीट जमीन अमित कुमार तिवारी से खरीदी थी। इसके अलावा 237/ 20 239 1200 वर्ग फीट जमीन कालीचरण प्रसाद से खरीदी थी। बाद में पता चला कि इन लोगों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर किसी और की जमीन बेच दी थी। आरोपी गजेंद्र जांगड़े ,रवि मिश्रा और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। इसी मामले में पुलिस ने फरार आरोपी लालपुर मुंगेली निवासी भानु प्रताप बर्मन को गिरफ्तार किया है। पूर्व में गजेंद्र सिंह जांगड़े ,रवि मिश्रा, फेकू राम सूर्यवंशी गिरफ्तार हो चुके हैं। भानु प्रताप बर्मन ओम नगर जरहाभाटा में किराए का मकान लेकर रह रहा था, जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।
दूसरे की जमीन को अपना बताकर बेचने के मामले में पुलिस ने गुनसरी तखतपुर निवासी रजनीकांत कुर्रे को भी गिरफ्तार किया है। विकास नगर कुसमुंडा कोरबा निवासी अशोक कुमार जैन ने भी चिल्हाटी में 1670 फीट जमीन बजरंग लाल राठौर और 1500 वर्ग फीट जमीन अजय कुमार काशी से खरीद कर रजिस्ट्री कराई थी लेकिन असली भू स्वामियों ने जमीन बेची ही नहीं थी, बल्कि गजेंद्र जांगड़े और उसके साथियों ने फर्जीवाड़ा किया था। इस मामले में पुलिस ने उनके साथी रजनीकांत कुर्रे को गिरफ्तार किया है।
