तमाम तरह से सचेत करने के बावजूद फिर एक बार सरकंडा थाना क्षेत्र में रहने वाली छात्रा पार्ट टाइम जॉब के नाम पर धोखाधड़ी का शिकार हो गई। सरकंडा के जबड़ा पारा क्षेत्र में रहने वाली कुसुम दिवान के पास 1 जून को क्रिप्टोकरंसी में लाभ देने का झांसा देकर यूपीआई और एनईएफटी के माध्यम से 2 लाख 40 हजार 400 रुपये ट्रांसफर करा लिए गए। कुसुम दीवान के पास अज्ञात नंबर से कॉल आया था, जिसमें उन्हें वर्क फ्रॉम होम के नाम पर गूगल मैप पर रिव्यू देने के लिए कहा गया। जिसके लिए उन्हें पेमेंट भी दिया गया। इस टास्क के नाम पर उन्हें व्हाट्सएप पर टेलीग्राम का एक लिंक शेयर किया गया। उन्हें एक प्रोफाइल आईडी भी मिली। ठगो ने कुसुम दीवान को फेक क्रिप्टो करेंसी वेबसाइट का लिंक देकर उसमें आईडी बनाने को कहा। शुरू में उससे ₹1000 जमा कराए गए, जिसमें उन्हें ₹300 का लाभ भी मिला। बाद में जमा करने वाली यह राशि बढ़ाकर 7000 कर दी गई। इसी दौरान ठगों ने उनकी क्रिप्टो करेंसी अकाउंट फ्रिज कर दिया और कहा कि यह उनकी गलती की वजह से हुआ है, जिस कारण से उनका खाता फ्रिज कर दिया गया है, उनसे कहा गया कि उनकी गलती की वजह से दूसरे को भी नुकसान हुआ है, इसलिए उन्हें जुर्माना भरने को कहा गया। अन्य सदस्यों का पैसा फसा होने का हवाला देकर और पिछली जमा राशि मिलने का प्रलोभन देखकर उनसे 2 लाख 40 हजार 400 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिए गए। इसके बाद कुसुम दीवान को अपने ठगे जाने का एहसास हुआ, उन्होंने दस्तावेजों के साथ इसकी शिकायत सरकंडा थाने में की। पुलिस ने ठगी करने वालों के खिलाफ एफआईआर तो दर्ज कर लिया लेकिन ऐसे मामलों में रकम की वापसी आसान नहीं होती। यही वजह है कि बार-बार लोगों को ऐसे प्रलोभन में ना पड़ने के लिए सचेत किया जाता है, लेकिन हैरानी की बात है कि बीएड की पढ़ाई कर रही पढ़ी-लिखी छात्रा भी पार्ट टाइम जॉब के नाम पर ठगी का शिकार हो गई।