पुरानी दुश्मनी को लेकर ग्लोरी ढाबा के संचालक लवकेश भोंसले उर्फ लवी पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपियों में से एक आयुष काले उर्फ सीबू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कुछ दिन पहले भी इन बदमाशों ने लवी पर कार चढ़ाने की कोशिश की थी। वारदात को अंजाम देने से पहले इन लोगों ने ढाबे की रेकी भी की थी। घटना वाले दिन आयुष काले, अंकित वाघर और उनके साथी लवी के गतौरी स्थित ग्लोरी फैमिली ढाबा पहुंचे थे , जहां इन लोगों ने बिरयानी और अन्य चीजों का आर्डर किया।
बिल पेमेंट करने के दौरान आयुष काले और उसके साथियों ने लवी पर धारदार चापड़ से हमला कर दिया। झुकने के दौरान लवी के चेहरे पर सांघातिक चोट आई , जिसे इलाज के लिए गुरु नानक चौक स्थित निजी अस्पताल में भर्ती किया गया । तो वही पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही थी। पुलिस को सूचना मिली कि पूरे मामले का मास्टरमाइंड आयुष काले भिलाई नेहरू नगर में छुपा हुआ है। इसके बाद पुलिस की टीम ने उसे भिलाई से गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि पिछले साल नवंबर महीने में तुलजा भवानी जगराता के दौरान कुदुदंड में रहने वाले लवकेश भोंसले का मोहल्ले के ही कुछ बदमाश लड़कों से विवाद हुआ था, जिसका वे बदला लेने की ताक में थे। आयुष काले ने बिलासपुर और भलाई के अपने तीन साथियों के साथ मिलकर योजना बद्ध तरीके से 30 मई की रात लवी के ही ढाबे में पहुंचकर उस पर जान लेवा हमला किया था। इस मामले में पुलिस को अब भी भी फरार तीन आरोपियों की तलाश है।
इधर-उधर घायल लवी का इलाज गुरु नानक चौक स्थित लाइफ केयर अस्पताल में जारी है, जहां उसका हाल-चाल जानने बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला पहुंचे और डॉ रामकृष्ण कश्यप से अपडेट लिया।