


बिलासपुर के साथ दिक्कत यह है कि यहां लोकहित के मुद्दों पर भी राजनेता एक राय नहीं हो पाते। विकास के मुद्दों पर भी जमकर सियासत हो जाती है। इमली पारा सड़क चौड़ीकरण को लेकर व्यापारियों की आवाज बनने के नाम पर सरकार का विरोध करने वाले कांग्रेस नेता अब बृहस्पति बाजार में व्यवस्थित परिसर बनाने को लेकर भी सियासत करने लगे हैं , हालांकि योजना कई साल पुरानी है।

2001 के पहले तक बृहस्पति बाजार में साप्ताहिक दुकान लगा करती थी। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद नगर निगम ने यहां बृहस्पति बाजार की साप्ताहिक दुकानों को बढ़ाते हुए 218 चबूतरों का निर्माण कर सब्जी बेचने के लिए दुकानदारों को आबंटित किया। उससे पहले नगर निगम की यहां 35 दुकाने थी। वर्तमान में कम से कम 700 से 800 दुकानदार यहां चबूतरो पर या फिर सड़क पर ही दुकान लगाकर सब्जी बेचते हैं। तो वही सब्जी खरीदने आने वाले लोग सड़क पर ही वाहनों को खड़ा कर देते हैं, जिससे यहां चलना फिरना भी दूभर हो जाता है , जिसे देखते हुए यहां व्यवस्थित मल्टी लेवल कंपलेक्स बनाया जाएगा। जहां ग्राउंड फ्लोर पर पार्किंग और प्रथम तल पर सब्जी विक्रेताओं को चबूतरे आवंटित किए जाएंगे। उसके ऊपर के फ्लोर पर थोक विक्रेताओं को दुकान दी जाएगी । इसेसे पूरा इलाका व्यवस्थित होगा। दुकानदारों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। सड़क पर जाम नहीं लगेगा। लेकिन अब व्यावसायिक परिसर बनने का ही विरोध कुछ सब्जी विक्रेता करने लगे हैं , जिनके साथ पूर्व विधायक शैलेश पांडे भी खड़े हो गए हैं।

योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर से खौफ खाने वाले कांग्रेसी यहां भी बुलडोजर से डरते दिखाई दे रहे हैं, जिनका कहना है कि पहले नगर निगम ने इमली पारा में बुलडोजर चलाया और अब बृहस्पति बाजार के व्यापारियों की दुकानों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी है । सवाल यह है कि अगर यहां व्यवस्थित कंपलेक्स बनाना है तो फिर दुकानों को हटाने के लिए बुलडोजर चलाने पर कांग्रेस नेताओं को आपत्ति क्यों है ? क्या कांग्रेस नेता सचमुच शहर के विकास के विरोधी है ? लोग यह भी कह रहे हैं कि बाहर से आकर बसे कांग्रेस नेताओं को शहर के विकास से कोई लेना-देना नहीं है, उन्हें केवल राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए ही विरोध करना है।

यह बात इसलिए भी सच लग रही है क्योंकि इमली पारा में भी सड़क चौड़ीकरण के आड़े आ रहे दुकानों को हाई कोर्ट के निर्देश के बाद शहर की सुविधा के लिए तोड़ा गया और दुकानदारों के लिए नए परिसर भी बनाया जा रहा है लेकिन कांग्रेसी नेता इसका भी विरोध कर रहे हैं। और अब यही कांग्रेसी नेता नहीं चाहते हैं कि बृहस्पति बाजार व्यवस्थित हो। इसे सब्जी विक्रेताओं की रोजी-रोटी से जोड़कर भावनात्मक दुहाई दी जा रही है।
कुछ लोगों का कहना है कि यहां अवैध रूप से जो लोग सब्जी बेचते हैं उन्हें डर है कि नए परिसर में उन्हें दुकान नहीं मिलेगी। यही लोग पूर्व विधायक का सहारा लेकर योजना का विरोध कर रहे हैं ।
दावा किया जा रहा है कि परिसर में दुकान छोटी होगी। महिला और बुजुर्ग पहली मंजिल तक सब्जी खरीदने नहीं पहुंच पाएंगे, लेकिन सच तो यह है की योजना के तहत दुकानदारों को कई तरह की सुविधा प्राप्त होगी। ग्राहकों के लिए लिफ्ट और चौड़े सीढ़ी की व्यवस्था होगी। शौचालय, बिजली और पंखे की भी व्यवस्था होगी।
योजना शुरू होने से पहले ही होने लगी सियासत

इधर विधायक शैलेश पांडे इस बात का भी विरोध कर रहे हैं कि निर्माण होने तक सब्जी विक्रेताओं को अस्थाई रूप से मिशन स्कूल खेल मैदान में जगह दी जा रही है। अब तक सड़क जाम करने वाले व्यापारियों को अचानक से यहां पार्किंग, शौचालय आदि की कमी महसूस होने लगी है। विरोध कर रहे व्यापारी कह रहे हैं कि लोग पहले सड़क किनारे वाहन खड़ा कर सब्जी लेकर आसानी से चले जाते थे। यानी उन्हें अपनी सब्जी बेचने से मतलब है, इससे भले ही सड़क जाम हो इससे उन्हें कोई सरोकार नहीं।
इधर निगम ने सब्जी विक्रेताओं को पांच जून तक का अल्टीविटाम दिया है। आचार संहिता हटते ही यहां कार्रवाई शुरू होगी। इधर मिशन स्कूल की प्राचार्य टी पॉल ने भी स्कूल के खेल मैदान में सब्जी दुकान लगाने का विरोध किया है। उन्होंने संबंध में कलेक्टर से चर्चा करने की भी बात कही।
क्या है योजना
करीब 13.39 करोड़ की लागत से बनने वाले मल्टीलेवल सब्जी बाजार से यहां कायाकल्प हो जाएगा। पूरा बाजार व्यवस्थित होगा। जो दुकानदार कहते हैं कि ग्राहक पहली मंजिल तक कैसे पहुंचेंगे, उन्हें जाकर मॉल देखना चाहिए, जहां लोग पहली तो क्या दूसरी और तीसरी मंजिल तक भी पहुंचकर सैर सपाटा करते हैं। नए भवन परिसर में प्रथम तल पर सब्जी विक्रेताओं के लिए 242 चबूतरे बनाए जाएंगे, तो वहीं द्वितीय तल पर थोक सब्जी विक्रेताओं के लिए 66 दुकान होंगी। दोनों तरफ सीढ़ी और लिफ्ट होंगे ।साथ ही महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग प्रसाधन की भी व्यवस्था होगी। यह पूरा मार्केट किसी सुपरमार्केट या मॉल की तरह आरामदायक होगा, जहां ग्राहक भी आराम से खरीदारी कर सकेंगे । अगर यह योजना सफल होती है तो इसके बाद शनिचरी बाजार को भी इसी तरह से व्यवस्थित किया जाएगा ।लेकिन ऐसा तभी हो सकता है जब शहर विकास को लेकर सियासत ना की जाए।
विधायक के सवालों का अधिकारी ने दिया जवाब

इस मुद्दे को लेकर सियासत कर रहे पूर्व विधायक शैलेश पांडे ने कई सवाल किए है, जिसके जवाब में नगर निगम के अधीक्षण अभियंता आरके मिश्रा ने साफ कहा है कि 13.39 करोड़ की लागत से बनने वाले बृहस्पति बाजार मल्टी लेवल सब्जी मार्केट के निर्माण कार्य शुरू करने से पहले सभी दुकानदारों को 1.20 करोड़ की लागत से तैयार वैकल्पिक शेड में शिफ्ट किया जाएगा। नगर निगम के अधीक्षण अभियंता आरके मिश्रा ने बताया कि बृहस्पति बाजार मल्टीलेवल सब्जी मार्केट जी + 1 रहेगा। मूल सब्जी मार्केट ग्राउंड फ्लोर पर ही होगा। सर्वे के मुताबिक जो 218 सब्जी विक्रेता अभी बृहस्पति बाजार में कारोबार कर रहे हैं वहां वे ही बैठेंगे , जिन्हें फिलहाल 6 बाई 8 के चबूतरे मिले हैं। नए मार्केट में उन्हें 7 बाई 10 की जगह दी जाएगी। बेसमेंट पार्किंग में 48 कार और 164 बाइक पार्क हो सकेंगे। फिलहाल सब्जी विक्रेताओं को जहां शिफ्ट किया जाएगा वहां भी पानी बिजली आदि की सुविधा होगी। मिशन स्कूल प्रबंधन के विरोध के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रबंधन से चर्चा की जाएगी। स्कूल मैदान के अतिरिक्त कई और विकल्प है, उन पर भी विचार किया जा रहा है।