शातिर ठगों ने पुराना पैंतरा इस्तेमाल करते हुए एक बार फिर बुजुर्ग महिला को अपना शिकार बना लिया। ठगों ने बुजुर्ग महिला पर मानसिक दबाव बनाया और उनका भयादोहन किया ।
सरकंडा नूतन चौक राम निकेतन में रहने वाली अंजना खरे रविवार की शाम गोल बाजार में खरीदारी करने आई थी। अमरनाथ की दुकान से सामान खरीदने के बाद वह पैदल ही घर लौट रही थी, कि इसी दौरान उनके पास एक अनजान व्यक्ति आया और उन्हें बताया कि उनके बेटे की दुर्घटना होने वाली है ।अंजना खरे ने उसकी बातों पर ध्यान नहीं दिया और गोल बाजार हनुमान मंदिर की ओर बढ़ने लगी। इसी दौरान एक और व्यक्ति उनके पास पहुंचा और उसने भी उनके बेटे की दुर्घटना होने की बात कहते हुए उन्हें समझाया कि उन्हें इसके लिए एक टोटके का सहारा लेना होगा। इसके लिए उनके पहने हुए जेवर को पर्स में रखने की सलाह दी गई।
अब तक उनकी बात ना मानने वाली अंजना खरे अब दोनों के झांसे में आ गई और उनकी बात मानते हुए अपना मंगलसूत्र, चूड़ी, टॉप्स सब निकाल कर पर्स में रख लिया । इन लोगों ने बुजुर्ग महिला से पर्स लेकर उन्हें कहा कि वे अपनी मुट्ठी कसकर बंद कर ले और अपनी आंखें बंद कर 10 कदम चले। उन्हें भरोसा दिलाया गया कि ऐसा करने से उन्हें माता के दर्शन होंगे। उन्हें यह भी ताकीद की गई कि वह पीछे मुड़कर बिल्कुल ना देखें ।अपने बेटे पर आने वाली विपत्ति को टालने की सोच के साथ एक मां धोखाधड़ी का शिकार हो गई और अनजान लोगों की एक-एक बात मानती चली गई। बुजुर्ग महिला ने आंखें बंद कर 10 कदम बढ़ाया और पीछे पलट कर देखा तो पाया कि दोनों ही व्यक्ति उसका पर्स लेकर रफू चक्कर हो गए हैं। बुजुर्ग महिला के पर्स में जेवर के अलावा मोबाइल, 18 सौ रुपए आदि थे। इसकी शिकायत कोतवाली थाने में की गई है। पुलिस मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है।
इससे पहले भी कई बार इसी तरह की घटनाएं हुई है जिसमें महिलाओं, खासकर बुजुर्ग महिलाओं को निशाना बनाया जाता है। उन्हें ऐसा ही कोई कहानी सुना कर झांसे में लिए जाते हैं, कभी चमत्कार के नाम पर तो कभी किसी और नाम पर उनके जेवर लूटकर फरार हो जाते हैं । बुजुर्ग महिला को भी सोचना चाहिए था कि कैसे भीड़भाड़ वाले भरे बाजार में आंखें बंद कर 10 कदम चलने से देवी के दर्शन हो सकते हैं ।अधिकांश मामलों में लोग लालच या फिर डर के चलते इन धोखेबाजों के आसान शिकार बन जाते हैं। इस मामले में भी वैसा ही हुआ।