नीतू
सूरजपुर जिले के रामानुजनगर विकास खण्ड के ग्राम पंचायत बरोल मे नव निर्मित सीसी सड़क गुणवत्ता विहीन निर्माण की वजह से छ महीने तक नहीं ठीक पाई जिससे अब लोगों को चलने मे असुविधा होने लगा है,
विदित हो की जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पंचायत बरोल मे मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना के तहत सीसी सड़क की प्रसासनिक स्वीकृति राशि लगभग पांच लाख आवंटन किया गया था,
सीसी सड़क की स्वीकृति होने के बाद निर्माण कार्य का जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को निर्माण एजेंसी बनाया गया था, चुकी निर्माण एजेंसी द्वारा प्राकलन और गुणववत्ता विहीन सीसी सड़क निर्माण कराने की वजह से सड़क मार्ग बिलकुल ही घटिया और स्तर हिन् बनाया गया है,
निर्माण के दौरान बिना मिक्सर मशीन के ही सड़क किनारे मजदूरों से गिट्टी सीमेंट का मशाला बनाकर डालाई कर दिया गया, जबकि मटेरियल नियमत मशीन से तैयार कर के बनाया
जा ता है, वहीं सीसी सड़क मे बाईव रेटर मशीन का उपयोग नहीं किया गया है, तथा निर्माण बाद से लगातार सप्ताह भर पानी की तराई करनी थी, किन्तु निर्माण एजेंसी के द्वारा इंजीनियर और एस डी ओ को बिना सुचना दिए ही काम को पूर्ण करा लिया गया जो सीसी सड़क पक्का होने के बाद जगह जगह से गिट्टी निकल आया है जिससे आने जाने वाले ग्रामीणों को परेशानी हो रहा है,
गौरतलब है की एक वर्ष भी नहीं हुए सीसी सड़क निर्माण की गुणवत्ता की पोल खुल गई है,
जबकि इस मार्ग से मात्र पैदल या बाईक चालक ही आते जाते है, लेकिन उसके बाद भी सड़क मार्ग काफ़ी जर्जर अवस्था मे हो गया है,,
जबकि सड़क मार्ग मे दो स्थान मे निर्माण संबंधित बोर्ड लगा दिया गया है पार्ट एक और पार्ट दो,
इस तरह सड़क निर्माण को मात्र दो पार्ट मे बनने के उपरांत बोर्ड मे सुंदरसिंह के घर से बाल साय का जिक्र किया गया है जो अनुचित है नवीन सीसी सड़क निर्माण के घटिया निर्माण को लेकर ग्रामीणो ने जिला प्रसाशन से उक्त सड़क मार्ग की गुणवता जाँच कराने तथा कार्यवाही की मांग किया है