दुर्ग के दागी विधायक को बिलासपुर से लोकसभा प्रत्याशी बनाने का दांव कांग्रेस के लिए उल्टा पड़ता दिख रहा है। बिलासपुर में अब कांग्रेसी ही इस फैसले का विरोध करते देखे जा रहे हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान जिस तरह से भाजपा में दावेदारों की बाढ़ सी आ गई थी, उसके उलट लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेसियों ने खास रुचि नहीं दिखाई दी। ओबीसी साहू की काट के रूप में कांग्रेस ने यादव पर दांव खेला है। बिलासपुर से विष्णु यादव का नाम चल रहा था लेकिन इसकी बजाय कांग्रेस ने दुर्ग के विधायक देवेंद्र यादव पर भरोसा जताया है , जिनके खिलाफ नौ मामले दर्ज है। बाहरी और दागी प्रत्याशी को टिकट दिए जाने से स्थानीय कांग्रेसी नाराज है। इसी मुद्दे पर कांग्रेस के जगदीश कौशिक ने कांग्रेस भवन के सामने आमरण अनशन शुरू कर दिया। उन्होंने अपनी शिकायत पाम्पलेट के रूप में दीवार पर चिपका दिया है और वे मीडिया से भी इस बारे में बात नहीं कर रहे हैं ।इधर आमरण अनशन पर बैठे देवेंद्र कौशिक को मनाने के लिए शहर और जिला अध्यक्ष पहुंचे, जिन्होंने कहा कि कांग्रेस में विरोध दर्ज करने की ऐसी परंपरा नहीं है। अगर किसी को कोई समस्या है तो उसे उचित फोरम में अपनी बात रखनी होगी।
देवेंद्र कौशिक के इस कदम को अनुशासनहीनता बताया जा रहा है और संभव है कि जल्द ही उनके खिलाफ बड़ी कार्यवाही हो।
कांग्रेस के भीतर का कलह अब साफ दिखाई देने लगा है । केवल देवेंद्र कौशिक ही नहीं, चंद्र प्रदीप बाजपेई ने भी कांग्रेस से ही चुनाव लड़ने की बात सार्वजनिक कर दी है। जिनका कहना है कि अभी काफी समय है और कांग्रेस में आखिरी समय पर टिकट बदलने की परंपरा रही है।
जाहिर है यह नेता अब कांग्रेस आलाकमान कमान के मोह पाश से बाहर आ रहे हैं और लोकतांत्रिक ढंग से अपना विरोध भी दर्ज कर रहे हैं, नहीं तो कांग्रेस में आला कमान के आदेश के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत कोई नहीं करता था। जाहिर है इससे कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ेंगी।
वैसे भी मोदी मैजिक के आगे कांग्रेस की जीत की संभावना नहीं के बराबर है ।भाजपा ने छत्तीसगढ़ के सभी 11 सीटों पर जीत के दावे किए हैं और उनके दावे दमदार भी लग रहे हैं। बिलासपुर सीट वैसे भी कांग्रेस के लिए हमेशा से कमजोर रही है और यहां कई दशक हो गए कांग्रेस को जीते हुए, ऐसे में बाहरी प्रत्याशी पर दांव खेलना कहीं भाजपा को वॉकओवर तो नहीं ?
कल आ रहे हैं देवेंद्र यादव
इधर प्रत्याशी घोषित होने के बाद देवेंद्र यादव गुरुवार को इंटरसिटी एक्सप्रेस से बिलासपुर पहुंचेंगे, जहां रेलवे स्टेशन पर उनके स्वागत के लिए बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता दोपहर करीब 1:15 बजे पहुंचेंगे। बताया जा रहा है कि यहां से देवेंद्र यादव सबसे पहले महामाया के दर्शन के लिए रतनपुर जाएंगे। इसके बाद स्थानीय नेताओं के साथ बैठक के बाद वे अपना चुनाव प्रचार आरंभ करेंगे। जाहिर है उन्हें कांग्रेस के एक गुट के विरोध का भी सामना करना पड़ेगा।