लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ के सभी 11 लोकसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर पहली बाजी मार ली है। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 195 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है । पहली सूची में छत्तीसगढ़ के सभी 11 सीटों पर नाम का ऐलान हो गया है । यहां दो सांसदों को रिपीट किया गया है तो वही विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक वोटो से जीतने वाले और राज्य के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को इस बार लोकसभा चुनाव लड़ाने का फैसला लिया गया है। 11 में से तीन सीटों पर महिलाओं को टिकट दिया गया है।
ये है उम्मीदवार
रायपुर से बृजमोहन अग्रवाल, राजनांदगांव से संतोष पांडे , दुर्ग से विजय बघेल, सरगुजा से चिंतामणि महाराज, कोरबा से सरोज पांडे, बिलासपुर से तोखन साहू, महासमुंद से रूप कुमारी चौधरी, रायगढ़ से राधेश्याम राठिया, बस्तर से महेश कश्यप, कांकेर से भोजराज नाग और जांजगीर से कमलेश जांगड़े को टिकट दिया गया है।
इनमें से विजय बघेल दुर्ग और संतोष पांडे राजनांदगांव के मौजूदा सांसद है। सरोज पांडे, कमलेश जांगड़े और रूप कुमारी चौधरी के रूप में तीन महिलाओं को टिकट दिया गया है। कांग्रेस से बीजेपी में आए चिंतामणि महाराज को सरगुजा से टिकट दिया गया है।
सरोज पांडे
सरोज पांडे 2008 में भलाई के वैशाली नगर सीट से विधानसभा से चुनाव लड़ चुकी हैं। सरोज पांडे को भाजपा ने 2009 में महापौर रहते हुए विधायक और फिर लोकसभा उम्मीदवार के तौर पर खड़ा किया था। सांसद रहते ही पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय महिला मोर्चा का अध्यक्ष भी बनाया था।
कौन हैं तोखन साहू
बिलासपुर में तमाम कयासों को नजरअंदाज करते हुए एक बार फिर से साहू समाज के ही तोखन साहू को टिकट दिया गया है। एक बार फिर बिलासपुर की बजाय मुंगेली जिले को वरीयता दी गई है। तोखन साहू लोरमी से भाजपा के विधायक रह चुके हैं । विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने दावेदारी की थी, लेकिन उनके स्थान पर अरुण साव को अवसर दिया गया। इसी क्षतिपूर्ति के लिए उन्हें लोकसभा में उम्मीदवार बनाया गया है। 2013 लोरमी विधानसभा चुनाव जीतने के बाद वे ओबीसी का महत्वपूर्ण चेहरा रहे हैं ।भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश किसान मोर्चा का भी अध्यक्ष उन्हें बनाया है। मुंगेली जिले में जन्मे तोखन साहू ने एमकॉम तक पढ़ाई की है। साल 2013 में पहली बार वे विधायक बने । 14 और 15 में महिला एवं बाल कल्याण संबंधी समिति के सदस्य रहे ।विधानसभा में सक्रिय सदस्य रहे। 2015 में छत्तीसगढ़ में शासन में संसदीय सचिव भी रहे।