“चोरी और सीना जोरी” किसे कहते हैं, अगर यह देखना है तो उस वायरल वीडियो को देखना होगा, जिसमे मस्तूरी ब्लाक के अंतर्गत आने वाले शासकीय जनपद प्राथमिक शाला मचहा में पदस्थ सहायक शिक्षक संतोष कैवर्त्य न केवल स्कूल में प्रधान पाठिका के सामने बैठकर जाम छलक रहा है, बल्कि मीडिया कर्मी को यह चुनौती भी दे रहा है कि BEO, DEO और कलेक्टर को बता दो, जिसको दिखाना है दिखा दो , मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। लगता है इस दारू बाज शिक्षक को मीडिया की ताकत का पता नहीं, क्योंकि जब सोशल मीडिया पर यह तस्वीर वायरल हुई तो फिर शिक्षक को निलंबित कर दिया गया। इतना ही नहीं दारूबाज सहायक शिक्षक संतोष कुमार केंवट के खिलाफ आईपीसी की धारा 186 और 36 च के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। इसके बाद पुलिस इस शराबी टीचर की तलाश कर रही है । वैसे सोशल मीडिया पर भी यह शराबी शिक्षक छाया हुआ है।
घटना बुधवार की है। जब स्थानीय पत्रकार उदय सिंह प्राइमरी स्कूल में पदस्थ सहायक शिक्षक संतोष कुमार कैवर्त्य से मिला । काफी दिनों से ग्रामीण और पालक बता रहे थे कि यह शिक्षक स्कूल में शराब खोरी करता है। पत्रकार को भी उसकी शर्ट की जेब में देसी शराब पा पौवा नजर आया। जब उससे इस विषय में पूछा तो अपनी मूंछे ऐंठते हुए यह कलयुगी शिक्षक पत्रकार को ही धौंस दिखाने लगा। अपनी दबंगई दिखाने की कोशिश में वह प्रधान पाठिका के कक्ष में उनके सामने ही बैठकर जाम छलकाने लगा। कैमरे के सामने ही उसने डिस्पोजल गिलास में पैग बनाया और टेबल पर चखना रखकर शराब पीने लगा।
इतना ही नहीं है उसने यह भी कहा कि कलेक्टर , बीईओ, डीईओ जिसको बताना है बता दो। कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता ।
नशे में धुत्त टीचर संतोष केंवट प्रार्थना के लिए लाइन में खड़े बच्चों के पास भी पहुंच गया और शराब के नशे में कहने लगा कि आज छुट्टी है। सब घर जाओ। बच्चे घर की ओर भागने लगे तो किसी तरह दूसरे टीचर बच्चों को पकड़- पकड़ कर क्लासरूम तक ले गए। इस टीचर का दुस्साहस ऐसा कि उसने महिला हेडमास्टर तुलसी चौहान के सामने ही पैग बनाकर पीना शुरू कर दिया। जब हेड मास्टर ने उसके देर से आने की बात कही तो वह उनसे भी झगड़ा करने लगा। यह सहायक शिक्षक इस कदर बदतमीज कि उसने वीडियो रिकॉर्ड कर रहे उदय सिंह को कहा कि मेरी मर्जी है, आपको क्या करना है। मैं रोज पीता हूं ,कोई प्रॉब्लम। मेरे पास सब कुछ है । उसने तो पत्रकार से भी पहचान पत्र मांग लिया। इस बेशर्म टीचर ने तो यह भी कहा कि जिंदगी में बहुत टेंशन है, क्या करेंगे ।उसने तो पत्रकार को भी शराब का ऑफर किया । पता नहीं इसे किसका संरक्षण था कि यह कलेक्टर, बीडीओ तो क्या पंच और सरपंच को भी अपने सामने कुछ नहीं समझने की बात करता रहा।
गांव वालों ने भी बताया कि यह शिक्षक हमेशा से अपनी मनमानी करता रहा है । स्कूल लगने का समय सुबह 7:30 है और वह 11:30 बजे स्कूल पहुंचा और वह भी शराब के नशे में और फिर स्कूल में ही वह शराब खोरी करने लगा। इस स्कूल में 258 बच्चे पढ़ते हैं ।
इधर सोशल मीडिया पर इस खबर के वायरल होते ही हंगामा मच गया। शिक्षा विभाग ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया और जिला शिक्षा अधिकारी ने तुरंत दारु बाज शिक्षक को सस्पेंड कर दिया। साथ ही उसके खिलाफ एफआईआर लिखाने की भी बात कही गई है। ग्रामीण और प्रधान पाठिका ऐसे शराब खोर शिक्षक को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं। जरा सोचिए जो सहायक शिक्षक इस तरह स्कूल में आकर , बेखौफ हो कर , शराब खोरी करता है, इसका दुष्प्रभाव स्कूल में पढ़ने वाले मासूम बच्चों पर किस तरह पड़ता होगा ?