राजधानी रायपुर के थाना पंडरी पुलिस ने एक बार फिर अपनी कार्यशैली से प्रभावित किया है। पुलिस ने अपराधियों द्वारा अपनी पहचान छुपाने के लिए चेहरे पर गमछा बांधने और हेलमेट लगाने के बावजूद उनकी पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। राजेंद्र नगर निवासी चोवाराम साहू मंगलम कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड में मैनेजर है, जिनका कार्यालय एज कंपलेक्स मोवा में मौजूद है। 6 फरवरी की सुबह करीब 10:30 बजे जब वे अपने कार्यालय में थे तभी दो अज्ञात नकाबपोश उनके दफ्तर में घुस आए, जिन्होंने अपने चेहरे पर नकाब और हेलमेट पहन रखा था। उन लोगों ने चोवा राम को पकड़ लिया और काउंटर खोलने लगे। किसी तरह से चोवाराम खुद को बचाकर बाहर निकल गए और शोर मचाया जिसे सुनकर दोनों नकाबपोश भाग खड़े हुए। जांच के दौरान पंडरी पुलिस को नकाबपोश बदमाशों में से एक का हुलिया कंपनी के ही पूर्व कर्मचारी अनिल डोंगरे जैसा लगा। कंपनी के डायरेक्टर दादू अग्रवाल से चर्चा के बाद पुलिस ने नाकाबंदी कर चंद घंटे के ही भीतर नकाबपोश लुटेरे सुपेला दुर्ग निवासी अनिल डोंगरे और प्रवीण वैद्य को गिरफ्तार कर लिया। यह लोग उस प्रतिष्ठान में लूट का प्रयास कर रहे थे जहां के वे पूर्व कर्मचारी रह चुके हैं। खुद की पहचान छुपाने के लिए इन लोगों ने भले ही अपना चेहरा ढाक रखा था लेकिन फिर भी उनकी चालाकी पुलिस के आगे नहीं चल पाई।