कत्थक गुरु पद्मश्री विजेता रामलाल बरेठ ने पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री अमर अग्रवाल से की सौजन्य भेट, बिलासपुर निवास में पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कत्थक गुरु रामलाल बरेठ का किया अभिनंदन एवं प्रदेश से पद्मश्री हेतु चयनित तीनों विभूतियों को दी बधाई

बिलासपुर- गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर छत्तीसगढ़ के रायगढ़ घराने के कत्थक नर्तक पंडित रामलाल बरेठ पद्मश्री सम्मान का ऐलान किए जाने के बाद आज सायं सत्र में पूर्व मंत्री एवं बिलासपुर के विधायक श्री अमर अग्रवाल के राजेंद्र नगर निवास पर सौजन्य भेंट हेतु पहुंचे। विधायक निवास पर पद्मश्री विजेता श्री राम लाल बरेठ, अपने पुत्र श्री भूपेंद्र बरेठ एवं बिलासा कलामंच के संस्थापक, छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री सोमनाथ यादव के साथ भेंट के लिए श्री अग्रवाल के निवास पर पहुंचे थे।मालूम हो रायगढ़ में कला और संस्कृति के विकास के लिए प्रभारी मंत्री रहते हुए श्री अमर अग्रवाल ने स्थानीय कला और कलाकारों के संरक्षण और संवर्धन में विशेष रुचि रखते है।निज निवास पर श्री अमर अग्रवाल ने कत्थक गुरु श्री रामलाल बरेठ को पद्म श्री पुरुस्कार चयन की उपलब्धि पर सपरिवार अभिनंदन किया एवम हुए उनकी उपलब्धि को राज्य के लिए गौरवपूर्ण बताते हुए अपनी शुभकामनाएं दी।

रायगढ़ गृह जिला होने के कारण कत्थक गुरु श्री रामलाल बरेठ ,श्री अमर अग्रवाल से पूर्व परिचित एवं आत्मीय जनों में से हैं, मालूम हो इन दिनों वे बिलासपुर के मंगला में भी निवास करते है एवं रायगढ़ घराने की शास्त्रीय नृत्य की कत्थक परंपरा को संरक्षित एवं संवर्धित में लगे हुए है।
मालूम हो भारत सरकार द्वारा गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के 110 विभूतियों को पद्मश्री सम्मान दिए जाने का एलान किया गया है, जिसमें छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के कथक नर्तक पंडित राम लाल बरेठ, नारायणपुर के वैद्यराज श्री हेमचंद मांझी तथा जशपुर के श्री जागेश्वर यादव का नाम शामिल हैं।पंडित राम लाल बरेठ कला क्षेत्र में रायगढ़ घराने से विख्यात कथक गुरु परंपरा का प्रतिनिधित्व करते हैं। वैद्यराज श्री हेमचंद मांझी को चिकित्सा क्षेत्र में तथा श्री जागेश्वर यादव को समाज सेवा के क्षेत्र में उनकी उल्लेखनीय सेवाओं के लिए पद्मश्री सम्मान प्रदान किया जाएगा। 
श्री अमर अग्रवाल ने जारी सन्देश में पंडित राम लाल बरेठ, श्री जागेश्वर यादव तथा नारायणपुर के वैद्यराज श्री हेमचंद मांझी को इस गौरवपूर्ण उपलब्धि के लिए बधाई दी है। अमर अग्रवाल ने श्री रामलाल बरेठ हुई मुलाकात में कहा कत्थक के मूर्धन्य नर्तक पंडित राम लाल बरेठ ने कला के लिए अपना जीवन समर्पित किया है, रायगढ़ के रहने वाले पंडित राम लाल बरेठ के पिता श्री कार्तिक राम बरेठ भी कथक के मूर्धन्य नर्तक रहे है। पंडित राम लाल बरेठ को संगीत नाटक अकादमी द्वारा भी पुरस्कृत किया गया है।श्री अमर अग्रवाल ने पदमश्री कत्थक गुरु को बधाई के साथ जारी सन्देश में राज्य से चयनित अन्य दो विभूतियो विशेष पिछड़ी जनजाति बिरहोर एवं पहाड़ी कोरवा के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले श्री जागेश्वर यादव एवं नारायणपुर के अबूझमाड़ इलाके में पारंपरिक औषधि से इलाज करने वाले हेमचंद मांझी की सेवा को देवतुल्य कृत्य बताया। अमर अग्रवाल ने कहा यह पहला अवसर है जब छत्तीसगढ़ राज्य से बार तीन विभूतियों को एक ही वर्ष के पद्मश्री पुरस्कार के एलान हुआ है,इससे राष्ट्रीय स्तर छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित हुआ है।  कत्थक गुरु पद्मश्री रामलाल बरेठ पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री अमर अग्रवाल से हुई मुलाकात को सुखद एवम प्रेरक बताते हुए पद्मश्री पुरस्कार के लिए उनके चयन के लिए भारत सरकार एवं अनुशंसा के लिए छ ग राज्य शासन को विशेष आभार व्यक्त किया।

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