

ज़िला कांग्रेस कमेटी ( शहर/ग्रामीण ) द्वारा 23 जनवरी को सुभाष चौक सरकंडा में महान स्वतन्त्रता सेनानी सुभाष चंद बोस जी की जयंती मनाई गई और उनके आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया गया।
इस अवसर पर शहर अध्यक्ष विजय पांडेय,ज़िला अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि सुभाष चंद बोस महान स्वतन्त्रता सेनानी थे,जिन्होंने अपना पूरा जीवन आज़ादी की लड़ाई को समर्पित कर दिए ,कई बार जेल की यात्रा की , 1939 में कांग्रेस से पृथक होकर ” फारवर्ड ब्लाक का गठन किया, और द्वितीय विश्वयुद्ध में जापान-जर्मनी से सहायता लेकर उनके आज़ाद हिंद फौज ने वर्मा, इम्फाल और कोहिमा युद्ध लड़ा ,उन्हें कुछ क्षेत्रों में सफलता भी मिली ,उन्होंने आज़ादी की लड़ाई में कई कालजयी नारे दिए ,” तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा ” “जय हिंद ” और ” दिल्ली चलो “
संयोजक ज़फ़र अली, हरीश तिवारी ने कहा कि सुभाष चंद बोस जी का जन्म कटक में एक जमीदार परिवार में हुआ, 14 संतानो में 9 वी सन्तान थे ,पिता एक प्रतिष्ठित वकील थे और कांग्रेस से जुड़े हुए थे, सुभाष बाबू कुशाग्र बुद्धि के थे ,जो आईसीएस की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद भारत वापस आ गए और आज़ादी की लड़ाई में कूद पड़े,और 1939 के त्रिपुरी अधिवेशन में कांग्रेस के अध्यक्ष निर्वचित हुए । 1945 में विमान दुर्घटना में इनके निधन की खबरे प्रचलित है पर कोई प्रामाणिक नही है ,इसलिए उनकी मृत्यु रहस्यमय बना हुआ है।
कार्यक्रम
में शहर अध्यक्ष विजय पांडेय,ज़िला अध्यक्ष विजय केशरवानी,ज़फ़र अली,हरीश तिवारी,विनोद शर्मा, त्रिभुवन कश्यप, माधव ओत्तलवार, राजेन्द्र साहू ,अनिल सिंह चौहान,ऋषि पांडेय,विनोद साहू,अफ़रोज़ बेगम,राम प्रसाद साहू,सुभाष ठाकुर,राजेश शर्मा, दिनेश सूर्यवंशी,वीरेंद्र सारथी,मनोज शर्मा,सिकन्दर बादशाह, नवीन वर्मा,राकेश साहू, गौरव एरी,राज कुमार यादव,शेर सिंह,सन्तोष गुप्ता,सुरेंद्र तिवारी,प्रह्लाद कश्यप,पुनाराम कश्यप,लक्ष्मी जांगड़े,रामचरन धुरी,हेरि डेनिएल,दीपक रायचेलवार, मनोज शुक्ला आदि उपस्थित थे ।
