छत्तीसगढ़ में भी सफाई कर्मचारी आयोग के गठन की मांग के साथ भाजपा रेलवे मंडल के मंत्री सुधीर ललपुरे ने की उपमुख्यमंत्री अरुण साव से मुलाकात, सौंपा ज्ञापन

अपना भागीरथी प्रयास करते हुए बिलासपुर रेलवे क्षेत्र के भाजपा नेता सुधीर ललपुरे भाजपा शासित कुछ अन्य राज्यों की ही भांति छत्तीसगढ़ में भी अति पिछड़े समाज में से एक डोमार समाज से जुड़े सफाई कामगारों के उत्थान के लिए प्रदेश में सफाई कर्मचारी आयोग बनाने की मांग सभी संभावित मंचों पर कर रहे है । इसी मामले में एक बार फिर भाजपा रेलवे मंडल के मंत्री और डोमार समाज बिलासपुर के पदाधिकारी सुधीर ललपुरे ने छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव से भेंटकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इस मुद्दे पर सुधीर ललपुरे पहले ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह और बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल को ज्ञापन सौंप कर अपनी मांग से अवगत करा चुके हैं। सुधीर ललपुरे ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की रणनीति पर कार्य करती है। स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं। उनके ही प्रयास से जम्मू कश्मीर में आजादी के बाद पहली बार सफाई कार्य से जुड़े वर्ग को न्याय मिल सका है, इसलिए उन्हें उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ में भी भाजपा की सरकार बनने के बाद डबल इंजन की सरकार छत्तीसगढ़ में सफाई कामगारों की समस्याओं के सम्पूर्ण निराकरण के लिए प्रदेश में सफाई कर्मचारी आयोग का गठन करेंगी, ताकि स्थाई रूप से उनके लिए रीति-नीति का निर्माण किया जा सके।


इसी मांग के साथ सुधीर ललपुरे ने छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव से बिलासपुर में उनके बंगले में मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा, जिसमें बताया गया है कि पिछले 23 वर्षों से सफाई कामगार समाज जिसमें डोमार समाज, वाल्मीकी समाज, मखीयर समाज, हेला, खटिक, सोनकर, अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग में आने वाले विभिन्न समाज के लोग सफाई कामगार के रूप में कार्यरत होकर राज्य को अपनी सेवा दे रहे है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वस्छ भारत अभियान में भी सफाई कामगारो की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है। खास बात यह है कि भारतीय समाज में डोमार समाज पुश्तैनी रूप से सफाई कार्य से जुड़ा हुआ है, शहर, प्रदेश और देश में सफाई करने वाले सफाई कामगारो के स्वयं के जीवन में कई समस्याएँ है, लेकिन इसके लिए स्थायी रूप से आयोग ना होने से सफाई कामगार अपनी बात किसी प्रभावी मंच के समक्ष नही रख पा रहे हैं और ना ही उनके लिए व्यवस्थित रूप से योजनायें ही बन पा रही है। जिसे देखते हुए डोमार समाज पृथक छत्तीसगढ़ बनने के बाद से ही विगत 23 वर्षों से छत्तीसगढ़ में सफाई कामगार आयोग के गठन की मांग कर रहा है।

उपमुख्यमंत्री अरुण साव से निवेदन किया गया है कि सभी सफाई कामगार परिवारो की उन्नति के लिये तत्काल राज्य में सफाई कर्मचारी आयोग का गठन किया जाए। सुधीर ललपुरे ने बताया कि इस मुद्दे पर समाज के लोग जल्द ही मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से भी मुलाकात कर उनके समक्ष अपनी मांग रखेंगे।

राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग का गठन 1994 में किया गया था इसके बाद कई अन्य राज्यों में भी सफाई कर्मचारियों की बेहतरी के लिए सफाई कर्मचारी आयोग का गठन किया गया, जबकि छत्तीसगढ़ में अब तक सफाई कर्मचारी आयोग का गठन नहीं हुआ है , जिसे लेकर सुधीर ललपुरे भागीरथी प्रयास में जुटे हुए हैं। उन्हें जिस तरह से बड़े नेताओं से आश्वासन मिल रहा है उससे उम्मीद की जा सकती है कि जल्द ही छत्तीसगढ़ में भी सफाई कर्मचारी आयोग का गठन संभव होगा।

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