बिलासपुर छठ घाट में आगामी छठ पर्व की तैयारी आरंभ, 1 नवंबर राज्य स्थापना दिवस पर बिलासपुर छठ घाट में समिति और सामाजिक संगठनों के सदस्य करेंगे श्रमदान से सफाई अभियान, 2 तारीख को छठ पर्व समिति के गठन के साथ कार्यालय का होगा शुभारंभ

सूर्य उपासना का महापर्व छठ नवंबर महीने के 19 और 20 तारीख को मनाया जाएगा । दीपावली के समापन के साथ ही छठ की तैयारी आरंभ हो जाएगी, लेकिन ऐसा शायद पहली बार हो रहा है, जब नवरात्र से पहले ही छठ घाट में छठ पर्व की तैयारी आरंभ कर दी गई हो।


बिलासपुर के तोरवा पुल के नीचे संभवत दुनिया का सबसे बड़ा मानव निर्मित पक्का छठ घाट है , जिसमें छठ महापर्व पर सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए 50 हज़ार के करीब लोग पहुंचते हैं। छठ महापर्व को लेकर पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच और छठ पर्व समिति, नगर निगम और जिला प्रशासन के साथ मिलकर घाट की सफाई आदि करती है। अमूमन यह कार्य दीपावली के आसपास से आरंभ होता है लेकिन इस वर्ष पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के नए अध्यक्ष और कार्यकारिणी द्वारा अभूतपूर्व पहल करते हुए नवरात्र से पहले ही घाट की साफ सफाई आरंभ कर दी गई थी। जिसका सकारात्मक परिणाम भी नजर आने लगा है।

अभी छठ महापर्व को पखवाड़े भर से अधिक का वक्त है लेकिन इससे पहले ही घाट में रंग रोगन, सफाई का काम हो चुका है। दुर्गा विसर्जन से पहले ही पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच द्वारा घाट की पूरी सफाई की गई थी। हालांकि दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के बाद एक बार फिर नदी के तट पर प्रतिमाओं के अवशेष बिखरे पड़े नजर आने लगे है, जिसे भी पिछले दो दिनों से पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच द्वारा साफ कराया जा रहा है। इसके अलावा छठ घाट के ऊपर पुलिस चौकी के पीछे जहां पार्किंग हुआ करती थी उस क्षेत्र में भी साफ सफाई का कार्य जारी है।

इससे पहले घाट में हुई टूट- फूट आदि की भी समिति द्वारा मरम्मत कराया गया। वर्तमान में छठ घाट में देवी प्रतिमाओं के अवशेष हटाए जा रहे हैं। वर्तमान में यह कार्य पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच द्वारा स्वयं कराया जा रहा है।

मंगलवार को नगर निगम ने कुछ श्रमिक उपलब्ध भी कराए , साथ ही चैन पोकलेन मशीन उपलब्ध होने से नदी से प्रतिमाओं के अवशेष भी अब आसानी से निकाले जा सकेंगे।
समिति के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र कुमार दास ने बताया कि बिलासपुर नगर निगम द्वारा चैन पोकलेन मशीन उपलब्ध कराने से अब कार्य द्रुत गति से चल सकेगा।

राज्य स्थापना दिवस पर सफाई अभियान

1 नवंबर को छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस है। इस दिवस पर कुछ सार्थक करने के प्रयास में पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच, सामाजिक और जन सेवा से जुड़े संस्थानों के साथ मिलकर बिलासपुर छठ घाट में वृहद सफाई अभियान चलाया जाएगा। बुधवार सुबह 7:00 बजे पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के सदस्यों के साथ कई सामाजिक संगठनों के वालंटियर तोरवा छठ घाट के मैदान और आसपास सफाई करेंगे। पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र कुमार दास ने शहर के सभी संगठनों के स्वयंसेवको और जागरूक नागरिकों से आह्वान किया है कि वे स्वस्फूर्त ढंग से बुधवार सुबह 7:00 बजे तोरवा छठ घाट अवश्य पहुंचे और इस अभियान का हिस्सा बने। उन्होंने कहा कि वर्ष भर में छठ महापर्व केवल चार दिन मनाया जाता है। अन्य दिनों में इस घाट का उपयोग सभी सामाजिक, धार्मिक कार्यो और सैर सपाटे के लिए होता है। तोरवा छठ घाट बिलासपुर की धरोहर है जिसका संरक्षण और संवर्धन सभी की जिम्मेदारी है ।

आगामी छठ पर पर्व को लेकर समिति की बैठक

नवंबर महीने के 19 तारीख को शाम को अस्ताचल गामी सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा, तो वहीं 20 नवंबर की सुबह उदित होते हुए सूरज देव को अर्घ्य प्रदान करेंगे। इसकी तैयारी आरंभ हो चुकी है । आयोजन की तैयारी और छठ पूजा समिति के गठन के लिए गुरुवार 2 नवंबर शाम 4:00 बजे छठ घाट में आवश्यक बैठक रखी गई है, जिसमें पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के अलावा भोजपुरी समाज, सहजानंद समाज के पदाधिकारी शामिल होंगे ।डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार दास ने सभी श्रद्धालुओं से निवेदन किया है कि वे भी इस अवसर पर उपस्थित होकर अपने सुझाव समिति के समक्ष रख सकते हैं, ताकि आयोजन को और बेहतर किया जा सके। उम्मीद है कि 3 नवंबर से छठ घाट पर कार्यालय का भी शुभारंभ हो जाएगा। इसके साथ छठ पर्व की तैयारी गति पकड़ लेगी।

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