बिलासपुर:- बिलासपुर और मुंगेली जिला में अपनी साहित्यिक गतिविधियों से लगातार सक्रिय रहने वाले साहित्यसेवी कृष्णकुमार भट्ट जी का 77 वर्ष की आयु में निधन होने पर बिलासा कला मंच ने शोक सभा का आयोजन कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।इस अवसर पर मंच के संस्थापक डॉ सोमनाथ यादव ने कहा कि स्व भट्ट जी सरल सहज स्वभाव के फक्कड़ किस्म के इंसान थे।साहित्य के प्रति उनकी लगाव इतनी रहती थी कि वे एक पुरानी सायकल में झोला लटकाकर लोगों से मिल मिलकर निमंत्रण देना, साहित्य के लिए लोगो को जोड़ना यह कार्य वे बीमार होने के पूर्व तक करते रहे।वरिष्ठ साहित्यकार डॉ अजय पाठक ने कहा कि भट्ट जी सादगी के मिसाल थे,बिना किसी लालसा के वे साहित्यिक कार्यक्रम करवाने के लिए जुटे रहते थे और नये लोगों को आगे लाने के लिए प्रोत्साहित किया करते थे। कवि डॉ राजेश मानस ने कहा कि वे स्व भट्ट जी के करीबी थे इसलिए उनके व्यक्तित्व को उन्होंने सबसे करीब से जाना।उनका जन्म 18 जून 1948 को हुआ था और ईशलोक गमन 9 जून 2023 को हुआ। काफी दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे, लंबी बीमारी के बाद उनका निधन होने से साहित्यिक समाज में शून्यता आ गई है। वरिष्ठ साहित्यकार बुधराम यादव,डॉ सुधाकर बिबे ,राघवेंद्रधर दीवान आदि ने शोक सभा मे भट्ट जी को याद करते उन्हे निराभिमानी व्यक्ति बताया। साहित्य भट्ट जी लेखन के अलावा पुस्तक समीक्षा बहुत उम्दा रूप में करते रहे हैं।प्रदेश के अनेक साहित्यिक आयोजनों में अपनी सक्रिय सहभागिता निभाने में वे तत्पर रहते थे।दो जवान बेटों के असामयिक निधन से वे काफी कमजोर हो गए थे।शोक सभा का संचालन करते हुए रामेश्वर गुप्ता ने कहा स्व भट्ट जी का बिलासा कला मंच से गहरा जुड़ाव था,वे अक्सर डॉ सोमनाथ यादव के कार्यालय में मिल जाते थे जहां वे साहित्यिक चर्चा किया करते थे।कार्यक्रम के अंत मे उपस्थित साहित्यकारों ने दो मिनट की शांति ऱखकर उनको अपनी शोक श्रद्धाजंलि दिये। इस अवसर पर डॉ जी डी पटेल,महेंद्र साहू,दिनेश्वर राव जाधव,आनन्द प्रकाश गुप्त,मनोहर दास मानिकपुरी,देवानंद दुबे,अश्विनी पांडे,अनूप श्रीवास,शैलेष कुम्भकार आदि सहित बिलासा कला मंच के पदाधिकारी उपस्थित रहे।