आकाश दत्त मिश्रा
परसदा में गुंबर पेट्रोल पंप के सामने फेंके गए लाश की पहचान हो गई है। मंगलवार दोपहर करीब 2:30 बजे भीड़भाड़ वाले व्यस्त सड़क पर एक कार आकर रुकी। जिसमें सवार लोग एक युवक का शव रास्ते में ही उतार कर भाग गए। शुरू में लोगों को लगा कि कोई सड़क पर सोया हुआ है, जिसकी सूचना पुलिस को दी गई । पुलिस ने मौके पर पहुंचकर देखा कि युवक की मौत हो चुकी है।
वैसे तो इस जगह पर हमेशा भीड़भाड़ रहती है । इसके करीबी ही हाईटेक बस स्टैंड, पेट्रोल पंप, कई बड़े होटल आदि हैं, लेकिन दोपहर होने की वजह से उस वक्त यहां अधिक लोग मौजूद नहीं थे ।मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि मृत युवक के नाक से खून बह रहा था। सिर के पीछे और कई जगह चोट के निशान थे, लेकिन पुलिस के लिए असली मुश्किल थी युवक की पहचान करना। इधर सोशल मीडिया पर इसकी खबरें वायरल हुई तो युवक के दोस्तों ने उसे पहचान लिया। रात में उसके एक दोस्त ने तस्वीर देखकर पुलिस से संपर्क किया और बताया कि मृत युवक उसका दोस्त है और उसकी पहचान अंबिकापुर के रहने वाले 18 वर्षीय यश साहू के रूप में हुई।
यश कॉलेज स्टूडेंट्स था और बिलासपुर में पीएससी की कोचिंग भी कर रहा था। यश के पिता राजेश साहू अंबिकापुर में जनरल स्टोर चलाते हैं।
पुलिस को इस मामले में कई चौकानेवाले वाली जानकारी मिली है। पता चला है कि मंगलवार सुबह करीब 11:00 बजे दिल्ली आईएएस कोचिंग अकैडमी से लौटते हुए राहुल ने आखिरी बार अपने पिता से बात की थी। उस वक्त वह डरा सहमा लग रहा था। यश साहू बिलासपुर के मंगला के चंद्र विहार कॉलोनी में किराए का कमरा लेकर रहता था। यहां वह आईएएस की तैयारी कर रहा था। पुलिस को यह भी जानकारी मिली की यश का किसी लड़की के साथ अफेयर था और वह उससे मिलने गया था। जांच के दौरान यह भी पाया गया कि यश ने जींस जरूर पहन रखा था लेकिन अंदर अंडर वियर नहीं था। आशंका है कि यश और उसकी कथित गर्लफ्रेंड को शायद लड़की के घरवालों ने या किसी और ने आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया हो, जिसके बाद उसका अपहरण कर उसकी हत्या की गई हो।
यश साहू के हत्यारे इस कदर बेखौफ थे कि उसकी लाश भीड़भाड़ वाले व्यस्त सड़क पर फेंक कर ही नहीं भागे बल्कि जिस वक्त पूरे शहर में यह खबर वायरल हो रही थी उस वक्त भी आरोपी यश साहू के ही मोबाइल से उसके दोस्त हार्दिक बंसल को फोन कर उसे गुमराह कर रहे थे ।उस यश साहू के मोबाइल से फोन कर करीब 5:00 बजे यश साहू को ले जाने की बात कही गई। जब हार्दिक बंसल कुछ दोस्तों के साथ यश साहू को लेने आरोपी द्वारा बताई गई जगह पहुंचा तो वहां कोई नहीं मिला। फिर इन्हें अलग-अलग जगह बुलाया जाता रहा। बाद में आरोपी रेलवे स्टेशन के पास यश साहू का मोबाइल फेंक कर भाग गए ।
अंबिकापुर के युवक की हत्या के सनसनीखेज मामले में बिलासपुर पुलिस को उस कार की तलाश है जिसमें बिठाकर यश को लाया गया था। अनुमान है कि उस कार का सुराग मिलने के बाद पुलिस आरोपियों तक भी पहुंच जाएगी। हालांकि पूरे इलाके में सीसीटीवी कैमरे में जरूर कार कैद हुई होगी। पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है। प्रारंभिक अनुमान यही है कि यश साहू अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने गया था। लव ट्रायंगल या फिर ऑनर किलिंग की आशंका उसे भी इनकार नहीं किया जा सकता। संभावित है कि गर्लफ्रेंड के परिजनों ने उन्हें आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया, जिसके बाद अपहरण कर उसकी हत्या की गई होगी। पुलिस अपराधियों के हौसले से भी हैरान है, जिन्होंने लाश को ठिकाने लगाने के लिए सुनसान जगह की जगह भीड़भाड़ वाले इलाके को चुना। इसके पीछे उनका उद्देश्य क्या है, यह जानना भी पुलिस के लिए जरूरी है। फिलहाल मृत युवक की पहचान हो जाने के बाद उम्मीद की जा सकती है कि पुलिस जल्द ही हत्यारों तक भी पहुंच जाएगी।