
आकाश दत्त मिश्रा

मुंगेली / प्रत्येक वर्ष की भांति इस भी ग्राम बांकी में हनुमान जन्मोत्सव बहुत ही धूमधाम से होल्हाबाग नवयुवा समिति द्वारा मनाया गया। सुबह से लोगों का भीड़ मंदिर परिसर में लगा रहा। सुबह 10 बजे हनुमान जी को चोला चढ़ा पूजन की प्रक्रिया प्रारंभ हुवा उसके उपरांत सामुहिक चालीसा पाठ, सुंदरकांड पाठ, हवन फिर समिति द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें ग्राम के सभी महिला एवं पुरुषों ने प्रसाद प्राप्त किया। इस अवसर पर आचार्य बांके बिहारी उपाध्याय ने बताया कि धर्म ग्रंथों के अनुसार सभी देवताओं में हनुमान जी एक ऐसे देवता है जो इस पृथ्वी पर सशरीर मौजूद हैं। कहा जाता है कि वो सतयुग में भी थे ,रामायण काल, महाभारत काल में भी थे और वो कलियुग में भी जीवित हैं। कोई उन्हें पवनसुत, कोई मंगलमूर्ति तो कोई संकटमोचन कहकर पुकारता है। उनके नाम स्मरण करने मात्र से ही भक्तों के सारे संकट दूर हो जाते हैं।

गोस्वामी तुलसीदास ने भी लिखा है कि- ‘चारो जुग परताप तुम्हारा है परसिद्ध जगत उजियारा।’ इस चौपाई का अर्थ है कि हनुमानजी इकलौते ऐसे देवता हैं, जो हर युग में किसी न किसी रूप गुणों के साथ संसार के लिए संकटमोचक बनकर मौजूद रहेंगे। हनुमान जी में किसी भी संकट को हर लेने की क्षमता है और अपने भक्तों की यह सदैव रक्षा करते हैं। हनुमान रक्षा स्त्रोत का पाठ यदि नियमित रूप से किया जाए तो कोई बाधा आपके जीवन में नहीं आ सकती। साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करने से बड़े से बड़ा भय दूर हो जाता है। कहा जाता है कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की सेवा के निमित्त भगवान शिव जी ने एकादश रुद्र को ही हनुमान के रूप में अवतरित किया था। संस्था के संस्थापक रामपाल सिंह ने हनुमान जन्मोत्सव के महत्व को बताते हुवे कहा कि श्री हनुमान जी महाराज का जीवन हमें सीख देता है कि मानव को सदा कृतज्ञ भाव से पर सेवा और परमार्थ में निरत रहना चाहिए। दूसरों की संकट की घड़ी में आप संकट निवारक बन सको इससे श्रेष्ठ जीवन की उपलब्धि और क्या हो सकती है।

हनुमान जन्मोत्सव के इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में संस्था के संरक्षक शिवप्रताप सिंह, हरिओम सिंह, विकास सिंह, सनत साहू, भोला पूरी गोस्वामी, देवराज साहू, पंचराम साहू संस्था के संयोजक नागेश साहू, अध्यक्ष पवन निर्मलकर, उपाध्यक्ष मयंक कैवर्त, गप्पू पूरी, मुकेश निर्मलकर, भुवन साहू, रमाकांत निषाद, लोकेश श्रीवास, बबलू साहू, योगेंद्र साहू, टीकम साहू, सुभाष पूरी, भूपेन्द्र निर्मलकर, भोला साहू, अश्विनी निर्मलकर, तिलेश्वर, छोटू, रेशकुमार, लल्लू साहू रिकेश पूरी, योगेश पुरी, रामावतार निषाद सहित समिति के सभी सदस्य उपस्थित रहे।
