
घर से होली खेलने निकले दिलीप सिंह नायक का शव पचपेड़ी थाना से महज 200 मीटर की दूरी पर लहूलुहान हालत में मिला था। पुलिस ने इस मामले में चंद घंटों में हत्या के चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को मृतक के भाई धन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया था कि होली खेलने घर से निकले उसके भाई का शव नट मोहल्ला में पड़ा हुआ है। घटनास्थल की जांच और ग्रामीणों से पूछताछ से पुलिस को पता चला कि मृतक दिलीप का कुछ समय पहले गांव के ही भागवत जायसवाल के साथ विवाद हुआ था। होली के दिन दिलीप मनीष गुप्ता के किराना दुकान के पास नगाड़ा बजाकर फाग गा रहा था। इसी दौरान उसकी हत्या करने के इरादे से सुनियोजित योजना के तहत बदरु दिलीप को अपने घर की ओर ले गया। इन लोगों का पीछा बदरु के दूसरे साथियों ने किया। कुछ देर के बाद बदरु ने दिलीप को अपने घर जाने के लिए कहा। जब दिलीप अपने घर लौट रहा था तो उसी दौरान बदरु और उसके साथियों ने दिलीप को दबोच लिया और पत्थर से उसकी कनपटी और सिर पर वार किया। इस मारपीट में दिलीप की मौके पर ही मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी भाग गए।
बदरु जयसवाल के बयान के आधार पर पुलिस ने दिलीप के हत्यारे भागवत जयसवाल, हरि गोपाल, मनीष गुप्ता और बदरू जयसवाल को गिरफ्तार कर लिया है। खास बात यह है कि शव मिलने के कुछ घंटे के भीतर ही पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिन्होंने पुराने विवाद के चलते दिलीप की हत्या की थी।