इस रविवार मुंगेली में रही दही हांडी उत्सव की धूम, अलग-अलग टोलियों के गोविंदाओं ने मटकी तक पहुंचने के लिए किया खूब संघर्ष , आखिरकार नगर पालिका अध्यक्ष ही कन्हैया बनकर पहुंच पाए दही हंडी तक

आकाश दत्त मिश्रा

जन्माष्टमी के तीसरे दिन रविवार को मुंगेली में गोविंदाओं की टोलियां दही हांडी फोड़ने निकली। भगवान श्री कृष्ण को माखन अति प्रिय था इसीलिए वे ग्वाल बाल के साथ टोली बनाकर गोकुल में माखन चोरी किया करते थे , उनसे बचाने लोग माखन की हांडी ऊंचाई पर टांग देते थे तो भगवान श्री कृष्ण ग्वाल बाल के काँधे के ऊपर चढ़कर माखन तक पहुंच ही जाते थे। उनके जन्मोत्सव पर उसी परंपरा का निर्माण करते हुए ऊंचाई पर टांगे गए दही हांडी को तोड़कर उस दौर को पुनर्जीवित किया जाता हैं।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मुंगेली में दही हांडी का आयोजन किया गया। कई स्थानों पर छोटी-छोटी मटकिया लगाई गई


गोविंदाओं कई टोलियां इन्हें लूटने निकली, जिनमें मल्लाह पारा और बड़ा बाजार की टोली प्रमुख थी। डीजे और गाजे-बाजे की धुन पर निकले गोविंदाओं ने रंग जमा दिया।
हर वर्ष की तरह मुंगेली में इस बार भी मनुराज टॉकीज के पास प्रमुख आयोजन किया गया जहां बतौर मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी शामिल हुए। यहां करीब 30 फीट ऊंचाई पर मौजूद मटकिया तक पहुंचने के लिए समूह में प्रतिस्पर्धा चलती रही। दोनों दलों के गोविंदा मानव पिरामिड बनाकर तक उस ऊंचाई तक पहुंचने का बार-बार प्रयास करते रहे और फिर यह पिरामिड ढहती रही।
काफी प्रयास के बाद बड़ा बाजार की टोली एक मटकी को फोड़ने में कामयाब हुई तो यहां उत्साह आसमान पर पहुंच गया। इसके बाद प्रमुख मटके को फोड़ने की जद्दोजहद आरंभ हुई।


इस दौरान लगातार इनामी राशि बढ़ती चली गई और बढ़ते बढ़ते यह राशि एक लाख रुपये तक जा पहुंची, लेकिन फिर भी काफी प्रयासों के बाद भी कोई भी गोविंदा उस ऊंचाई तक नहीं पहुंच पाया। आखिरकार आयोजन के मुख्य अतिथि और मुंगेली नगर पालिका के अध्यक्ष गुरु हेमेंद्र गोस्वामी ने कन्हैया का रूप धरा और उन्होंने सभी अलग-अलग टोलियां को मिलाकर एक टोली बना दिया। जिसके बाद विशाल पिरामिड का निर्माण हुआ, जिसके ऊपर वे स्वयं चढ़े और दही हांडी फोड़कर समा बांध दिया। इस प्रयास के साथ ही उन्होंने दोनों प्रमुख दलों को आपस में मिला दिया और एक अनोखे एकता का निर्माण किया, जिसकी हर तरफ सराहना हो रही है। हांडी की ऊंचाई तक पहुंचने के लिए रणनीति, जोखिम, कला कौशल, चातुर्य और संगठित शक्ति का अद्भुत मेल यहां दिखा , जिसके साथ प्रतिस्पर्धा ने यहां सामूहिक उत्सव का रूप ले लिया। जिसके बाद दोनों टोलियों पर इनामों की बारिश होने लगी। रविवार को मुंगेली में दही हांडी के लिए निकले गोविंदाओं की वजह से पूरे नगर में उत्साह का माहौल रहा। पुलिस विभाग ने भी यातायात व्यवस्थित करने के लिए रूट को डायवर्ट किया था। इस नजारे को देखने के लिए बड़ी संख्या में नगरवासी भी सड़क पर उमड़ पड़े थे।

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