मो नासीर
पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी थी कि अगर किसी भी जिले में रेत का अवैध उत्खनन होता है तो उस जिले के कलेक्टर और एसपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिसके बाद बुधवार को बिलासपुर एसएसपी पारुल माथुर ने मंगला रेत घाट का निरीक्षण किया। पुलिस रेत माफिया के खिलाफ कार्यवाही करती, इससे पहले ही इसकी सूचना रेत माफिया को हो चुकी थी। इसीलिए पुलिस को केवल एक खराब ट्रैक्टर मिला। घाट पर 24 घंटे बड़े पैमाने पर रेत की अवैध खुदाई होती है, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही वे वहां से गायब हो चुके थे।
बिलासपुर के गैर स्वीकृत घाटों से अवैध रेत उत्खनन बड़े पैमाने पर जारी है। पुलिस ने अवैध रेत घाट को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की लेकिन अफसोस का विषय यह है कि इसकी भनक रेत माफिया को पहले ही हो गई। जब पुलिस रेत घाट पहुंची तो घाट से ट्रैक्टर गायब थे।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एसएसपी के आने से पहले भी वहां तीन ट्रैक्टर खड़े थे। जिनमें रेत भरा जा रहा था लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही दो ट्रैक्टर निकल गए। उनके हाथ केवल एक खाली ट्रैक्टर लगा, जिसे भी खनिज विभाग वालों ने सब्जी वाले का बताया।
हालांकि रेत घाट जाते समय मंगला स्कूल के पास बड़ी संख्या में खाली ट्रैक्टर रेत भरने के लिए सड़क किनारे खड़े थे। एसएसपी ने उन्हें जप्त कराया है। रास्ते में एक पंचर ट्रैक्टर भी मिला, जिसमें रेत भरा था, इसलिए वह घाट के भीतर तक नहीं जा सका। बाकायदा रैंप बनाकर लोखंडी घाट से अवैध रूप से रेत निकाली जा रही है। इसी सिलसिले में एसएसपी पारुल माथुर ने मंगला, लोखंडी और तुर्काडीह का निरीक्षण किया लेकिन इस पूरे अभियान को बहुत अधिक सफल नहीं कहा जा सकता।