

बिलासपुर में कांग्रेस विपक्ष की भूमिका बखूबी रही है । गुरुवार को कांग्रेस के कार्यकर्ता पैदल मार्च करते हुए नेहरू चौक से कलेक्ट्रेट पहुंचे। इन लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन कारियो का कहना था कि भाजपा सरकार के दौरान जनता गंभीर समस्याओं से जूझ रही है। इन्हीं मुद्दों को लेकर वे कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने पहुंचे थे।

प्रदर्शन की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने पहले से ही भारी सुरक्षा इंतजाम किए थे। भीड़ बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने लगी तो पुलिस ने पानी की तेज बौछार से उन्हें रोकने का प्रयास किया। ठंड के दौरान पानी की तेज बौछार के बावजूद प्रदर्शनकारी डटे रहे। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जब तक जनता की समस्याओं का समाधान नहीं होता उनका आंदोलन जारी रहेगा ।

कांग्रेस नेता बिजली बिल और रजिस्ट्रेशन शुल्क में बढ़ोतरी, धान खरीदी में अफरातफरी के साथ लिंगियाडीह क्षेत्र में झोपड़िया पर बुलडोजर चलाये जाने का विरोध कर रहे थे। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि राज्य सरकार प्रदेश के नागरिकों का शोषण कर रही है । बिजली बिल के नाम पर हाहाकार मचा हुआ है। कांग्रेस सरकार के समय 400 यूनिट बिजली बिल पर हाफ बिजली बिल का प्रावधान था। लिंगियाडीह में झोपड़ियो को उजाड़ने का भी आरोप लगाया। रजिस्ट्री शुल्क में एक मुश्त बढ़ोतरी के कारण रजिस्ट्री रुकी हुई है। इसे लेकर भी प्रदर्शनकारी उग्र नजर आए। वाटर कैनन से उन पर पानी की बौछार छोड़ी गई । इस दौरान प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई।
