

बिलासपुर। प्रदेशभर में धान खरीदी केंद्र प्रबंधकों की 16 दिनों से चल रही हड़ताल आखिर समाप्त हो गई है। प्रशासनिक दबाव, खरीदी प्रक्रिया प्रभावित होने की आशंका और लगातार समझाइश के बाद करीब 90 प्रतिशत प्रबंधक बुधवार तक अपने-अपने केंद्रों में जॉइनिंग दे चुके हैं। बावजूद इसके, इनकी एक भी मांग पर सरकार ने अब तक सकारात्मक निर्णय नहीं लिया है।
प्रबंधक अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर 16 दिनों से प्रदेशव्यापी आंदोलन पर थे। धरना, प्रदर्शन, ज्ञापन और अधिकारियों–मंत्रियों के साथ कई दौर की बातचीत के बाद भी कोई ठोस समाधान नहीं निकला। अंततः चरणबद्ध तरीके से प्रबंधकों ने काम पर लौटने का निर्णय लिया।
केंद्रों में सफाई और मूलभूत व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश
सूत्रों के अनुसार, प्रशासन ने प्रबंधकों को तुरंत केंद्रों में
सफाई,
बिजली-पानी की व्यवस्था,
तौल-कटाव प्रक्रिया
को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि खरीदी कार्य सुचारू रूप से आगे बढ़ सके। अधिकारियों का दावा है कि अगले 24 घंटे में अधिकांश केंद्रों में सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी।
डाटा एंट्री ऑपरेटरों की अनिश्चितता जारी
धान खरीदी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डाटा एंट्री ऑपरेटरों की स्थिति अब भी साफ नहीं है। इन पदों को ठेके पर भरने का निर्णय लिया गया था, लेकिन कई केंद्रों में कार्यरत ऑपरेटर काम पर लौटने से इंकार कर चुके हैं।
इससे खरीदी की डिजिटल कार्यप्रणाली प्रभावित होने की आशंका बनी हुई है।
संजय अग्रवाल, कलेक्टर बिलासपुर ने बताया—
“प्रबंधकों ने जॉइनिंग दे दी है, लेकिन डाटा एंट्री ऑपरेटरों को लेकर निर्णय अब भी लंबित है।”
दूसरी ओर सहकारी समिति कर्मचारी संघ के कमल पाटनवार का कहना है—
“हड़ताल प्रशासनिक आदेशों के कारण समाप्त की गई है, लेकिन सरकार ने कर्मचारियों की मांगों पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है।”
खरीदी के चौथे दिन 22 केंद्रों में पहुंचा धान, 5331 क्विंटल की खरीदी
हड़ताल के बीच धान खरीदी के चौथे दिन बुधवार को किसानों की आमद बढ़ी। जिले के 22 केंद्रों में 5331 क्विंटल धान की खरीदी हुई। अब तक कुल 9274 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है।
खाद्य नियंत्रक अमृत कुजूर ने बताया—
“कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त होने से गुरुवार से खरीदी में तेजी आएगी। लेकिन धान की आवक बढ़ने में अभी समय लगेगा, क्योंकि इस बार देर तक हुई बारिश के कारण फसल देर से तैयार हुई है।”
कई केंद्रों में अब भी अव्यवस्था
कुछ केंद्रों में कर्मचारियों की अनुपस्थिति और बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण काम अभी शुरू नहीं हो सका है। उम्मीद है कि अगले एक-दो दिनों में सभी केंद्रों में खरीदी प्रक्रिया सुचारू हो जाएगी।
