


बिलासपुर में करीब 500 स्थानो पर सार्वजनिक दुर्गा पूजा उत्सव का आयोजन किया जा रहा है । यहां दुर्गा पूजा उत्सव को कुल तीन भागों में बांटा जा सकता है। कई स्थानों पर प्रतिपदा से नवदुर्गा की स्थापना की जाती है, तो वहीं षष्ठी तिथि से दुर्गा पूजा का आरंभ होता है। इसके भी दो भाग है। बिलासपुर के शहरी क्षेत्र में स्थानीय परंपराओं के अनुसार देवी की उपासना की जाती है, तो वहीं रेलवे क्षेत्र और उसके आसपास बंगाल की परंपराओं के साथ देवी की उपासना की जाती है। इसके लिए बाकायदा बंगाल से पुरोहित , ढाकी और भोग बनाने वाले भी आमंत्रित किए जाते हैं।


इसी परंपरा के साथ विगत 19 वर्षों से तोरवा धान मंडी चौक पर श्री श्री विवेकानंद दुर्गा लक्ष्मी उत्सव समिति द्वारा दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है। मंगलवार को महा अष्टमी पर बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल प्रातः इस पंडाल में पहुंचे। उन्होंने यहां देवी की पूजा अर्चना कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया, तो वहीं आयोजन समिति को भी लगातार भक्ति भाव के साथ देवी की पूजा अर्चना करने और बंगाल की परंपराओं को जीवित रखने के लिए बधाई दी। इस अवसर पर उपस्थित भक्तों ने उनके साथ तस्वीर भी खिंचवाई।
मंगलवार को दोपहर करीब 1:30 बजे यहां संधि पूजा का आयोजन किया गया। महा नवमी और महाष्टमी के संधि काल पर यह विशेष पूजा की जाती है, जिसमें 108 दीपक, 108 कमल आदि के साथ विधि विधान से पूजा अर्चना करने के परंपरा है। इसके साक्षी बनने सैकड़ो भक्त पूजा पंडाल में उपस्थित रहे, जिन्होंने इससे पहले पुष्पांजलि कर देवी का आशीर्वाद मांगा। हर दिन की तरह मंगलवार को भी सभी को भोग प्रसाद प्रदान किया गया । इसी भांति बुधवार को भी महानवमी पूजा होगी साथ ही संध्या 5:00 बजे हवना और 7:00 बजे संध्या आरती की जाएगी। गुरुवार को महादशमी पूजा, अपराजिता पूजा घट विसर्जन के साथ देवी का वरण किया जाएगा।



