भारतीय रेलवे का वैश्विक विस्तार: कई देशों को हो रहा निर्यात

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे अपने उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों के निर्यात में लगातार नए आयाम छू रहा है। विभिन्न देशों को मेट्रो कोच, बोगी, यात्री कोच, लोकोमोटिव और प्रोपल्शन सिस्टम का निर्यात किया जा रहा है, जिससे रेलवे क्षेत्र में “मेक इन इंडिया” की सफलता साफ नजर आ रही है।

वर्तमान निर्यात

भारतीय रेलवे के कई उत्पाद आज दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं:

  • मेट्रो कोच: ऑस्ट्रेलिया
  • बोगी: यूके, सऊदी अरब, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया
  • प्रोपल्शन (चालित प्रणाली): फ्रांस, मैक्सिको, रोमानिया, स्पेन, जर्मनी, इटली
  • यात्री कोच: मोज़ाम्बिक, बांग्लादेश, श्रीलंका
  • लोकोमोटिव (इंजन): मोज़ाम्बिक, सेनेगल, श्रीलंका, म्यांमार, बांग्लादेश

भविष्य की योजनाएं

निकट भविष्य में रेलवे क्षेत्र में भारत की स्थिति और मजबूत होने वाली है:

  • बिहार के सारण जिले के मारहौड़ा से जल्द होगा लोकोमोटिव का निर्यात – 100 से अधिक इंजन विदेशों में भेजे जाएंगे, जिससे “मेड इन बिहार” लोकोमोटिव जल्द ही वैश्विक रेलमार्गों पर दौड़ते नजर आएंगे।
  • तमिलनाडु से रेल पहियों का उत्पादन और निर्यात – भारतीय रेलवे जल्द ही तमिलनाडु में निर्मित रेल पहियों को विभिन्न देशों में निर्यात करेगा।
  • फोर्ज्ड व्हील (निर्मित पहिए) का उत्पादन – जल्द ही इनका भी निर्माण और निर्यात शुरू किया जाएगा, जिससे भारत की रेल तकनीक और सुदृढ़ होगी।

भारतीय रेलवे का यह वैश्विक विस्तार देश की औद्योगिक क्षमता और रेलवे तकनीक की मजबूती को दर्शाता है। आने वाले वर्षों में भारत रेलवे निर्यात में एक महत्वपूर्ण हब के रूप में उभरेगा।

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