विगत दिनों तिफरा स्थित आश्रय दत्त कर्मशाला में कंप्यूटर की शिक्षा ले रही कोरबा की 19 वर्षीय युवती ने छत से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मूक बधिर बालिका छत पर किसी से वीडियो कॉल पर बात कर रही थी। इस दौरान पता नहीं क्या हुआ कि उसने अचानक छलांग लगा दी। सर के बल गिरने से वह बुरी तरह जख्मी हो गई, जिसे सिम्स ले जाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई।
मृतिका पल्लवी बोलने और सुनने में सक्षम नहीं थी। इसके बाद उसकी बहन ने पूरे मामले को संदिग्ध बताया था। हालांकि आश्रय दत्त कर्मशाला के कर्मचारी कह रहे थे की छात्रा ने केयरटेकर और एक अन्य छात्रा के सामने स्वयं छलांग लगाई थी, मगर लग रहा था कि वे कुछ छुपा रहे हैं ।
पुलिस मामला दर्ज कर पड़ताल कर रही थी। आश्रय दत्त कर्मशाला में सभी मूक बधिर रहते हैं इसलिए पुलिस के लिए सच्चाई पता करना आसान नहीं था। घटना स्थल पर फॉरेंसिक जांच और फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी की जांच से पता चला कि शासकीय आश्रयदत्त कर्मशाला में कंप्यूटर की पढ़ाई कर रही कोरबा की पल्लवी के साथ पढ़ने वाले एक और मूक बधिर लड़के आकाश ने घटना से पहले उसके साथ मारपीट की थी। इस वजह से पल्लवी परेशान थी और अपमानित महसूस कर रही थी। घटना वाले दिन वह अपनी बहन को वीडियो कॉल कर इशारों से आकाश द्वारा मारपीट करने की बात समझा रही थी। फिर पता नहीं क्या हुआ कि वह छत से कूद गई।
मामले की जानकारी होने पर पुलिस ने ग्राम महगई थाना रामानुज नगर, सूरजपुर निवासी 19 वर्षीय मूक बधिर आकाश रवि को थाने बुलाया और केयरटेकर के माध्यम से उससे पूछताछ की। जिसने पल्लवी के साथ मारपीट करने और उसे आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने की बात स्वीकार की। पुलिस ने उसके खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है।
शुरू में लग रहा था कि यह मामला खुदकुशी का है लेकिन मृतिका पल्लवी की बहन ने किसी बड़े साजिश की ओर इशारा किया था और जांच में उसकी आशंका सही निकली।