आकाश मिश्रा
साइबर ठग बेहद शातिर है। वे कभी लोगों को प्रलोभन देकर तो कभी उन्हें डरा कर उनकी जिंदगी भर की जमा पूंजी ठग रहे हैं। बिलासपुर के मित्र विहार कॉलोनी लिंक रोड में रहने वाली विशाखा डे के मोबाइल पर 12 सितंबर को एक अनजान व्यक्ति का फोन आया था, जिसने खुद को मुंबई पार्सल ऑफिस का ऑफिसर बताया। उसने कहा कि विशाखा डे के नाम से एक पार्सल मुंबई से दुबई के लिए बुक किया गया था, जो कैंसिल हो गया और जिसकी जांच करने पर उसमें पुलिस वर्दी, एटीएम कार्ड और किटामिन नामक ड्रग मिले हैं, जिसे मुंबई कस्टम डिपार्टमेंट ने जप्त कर लिया है । विशाखा डे को डर दिखाया गया कि नारकोटिक्स और मनी लेंडिंग के मामले में उसके खिलाफ आरोप दर्ज हुए हैं। इससे बचने के लिए विशाखा से ऑनलाइन ठग ने 61 लाख, 93,720 रुपए ठग लिए। बाद में एहसास होने पर विशाखा डे ने इसकी रिपोर्ट साइबर सेल में की।
तोरवा विवेकानंद नगर में रहने वाले नीरज कुमार सिंह भी इसी तरह साइबर ठगों के चंगुल में फंस गए। 13 सितंबर को उनके मोबाइल पर किसी ने मुंबई सीबीआई ऑफिसर बनकर फोन किया और उन पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग और मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का आरोप लगाया। उन्हें झांसे में लेने के लिए फर्जी दस्तावेज भी व्हाट्सएप किए गए। इससे डर कर नीरज कुमार सिंह ने ठग को 16 लाख 50 हजार 47 रुपए दे दिए। बाद में यह मामला भी दर्ज किया गया।
दोनों ही मामलों में ठगो ने प्रार्थियों को यह डर दिखाया था कि उनके अकाउंट में जमा पैसा मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित है। पैसों की जांच के नाम पर उन्हें अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए।
वैसे इन दिनों फौरेन ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट के नाम पर भी लगातार ठगी हो रही है । कम समय में अधिक लाभ कमाने के लालच में लोग ठगों द्वारा बनाए गए एप्प में निवेश करते जाते हैं। एप्प में मुनाफा भी दिखाई देने लगता है, लेकिन वह सब कुछ झूठा होता है ।मुनाफा देखने के बाद जब उस राशि को निकालने की कोशिश होती है तो जीएसटी और अन्य बहाने से फिर से रुपए मांगे जाते हैं और फिर एक दिन उन्हें ग्रुप से हटा दिया जाता है। डाउनलोड किए गए ऐप पर बैलेंस जीरो आने लगता है और फिर ठग से कभी संपर्क नहीं हो पाता। ऐसे ठगी से बचने के लिए पुलिस ने आम लोगों को सतर्क करते हुए अपील की है।
-ः बिलासपुर पुलिस की अपील:- *सायबर ठग आये दिन नये नये तरीको के माधयम से आम जनता से धोखाधडी करने का प्रयास करते है -*
▶️ कोई भी व्यक्ति अनजान नम्बर से अपने आप को पुलिस का अधिकारी, सी.बी.आई. अथवा ई.डी. का अधिकारी बताकर पीडित को मनी लाॅड्रिंग, ह्यूमन ट्रैफिकिंग, अवैध पार्सल जिसमें अवैध मादक पदार्थ एवं अन्य अवेैध वस्तुए पाये जाने की झुठी जानकारी गंभीर मामले में प्रकरण दर्ज होने व गिरफ्तारी का भय दिखाकर विभिन्न प्रकार के फर्जी कार्यालयीन दस्तावेज तैयार कर फर्जी रबर स्टाम्प लगाकर प्रार्थी के मोबाईल व्हाट्सअप पर ही भेजकर प्रार्थी से ऑनलाइन ठगी का प्रयास करते है ऐसे कॉल से सावधान रहे।
▶️ अनजान व्यक्ति जिसका नम्बर आपके मोबाईल पर सेव नही है उसके साथ कभी भी कोई निजी जानकारी, बैंकिग जानकारी, ओटीपी, आधार कार्ड, पैन कार्ड फोटो आदि शेयर न करे।
साइबर फ्रॉड की घटना घटित होने पर निम्न प्रकार से त्वरित रिपोर्ट दर्ज करा सकते है:-
▶️ तत्काल नजदीकी थाना में अपनी षिकायत दर्ज करें।
▶️ हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर सम्पर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते है।
▶️ https://cybercrime.gov.in पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं