कोलकाता असर जी कर अस्पताल में रेजिडेंट महिला डॉक्टर की रेप और नृशंस हत्या के मामले में भले ही पुलिस आरोपी को पकड़ने का दावा कर रही है लेकिन इस मुद्दे पर जिस तरह की प्रशासनिक गुंडागर्दी और पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी द्वारा अपराधियों को संरक्षण देने का मामला सामने आया है इससे पूरे देश भर में गुस्सा है। इसी मुद्दे पर आई एम ए के नेतृत्व में चिकित्सकों ने 24 घंटे के लिए ओपीडी बंद कर दी। दिल्ली से लेकर तमिलनाडु तक चिकित्सकों का विरोध नजर आया। इसी मुद्दे पर बिलासपुर में आइएमए के नेतृत्व में चिकित्सक, मेडिकल स्टूडेंट और पैरामेडिकल स्टाफ ने रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध कर रहे चिकित्सकों ने चार सूत्रीय मांग रखी है, जिसमें पीड़िता के अपराधियों को फांसी दिलाने, पीड़ित परिवार को मुआवजा देने और सभी चिकित्सक और अस्पताल के लिए सुरक्षा संबंधी कानून बनाने की मांग की गई।
इसी क्रम में शनिवार शाम को युवा महिला चिकित्सक की बर्बर हत्या के विरोध में मध्य नगरी चौक स्थित बच्चों के अस्पताल श्री शिशु भवन के चिकित्सको एवं मेडिकल स्टाफ ने विरोध प्रदर्शन करते हुए शांतिपूर्ण ढंग से कैंडल मार्च निकाला और मृतक रेजिडेंट डॉक्टर को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री शिशु भवन में भी 24 घंटे के लिए ओपीडी बंद कर दी गई लेकिन यहां आपातकालीन सेवाएं जारी रही। इस दौरान उपस्थित चिकित्सकों ने एक स्वर में घटना की निंदा की और अपने साथी डॉक्टर को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर श्री शिशु भवन के सभी चिकित्सक, मेडिकल एवं गैर मेडिकल स्टाफ मौजूद रहे।