जन्मजात विकृतियों के साथ जन्मी नन्ही बच्ची के सफल उपचार के बाद श्री शिशु भवन ने बचाई उसकी जान, रविवार को बच्ची स्वस्थ होकर लौटी

मुंगेली जिले के ग्राम गिधा खेड़ा में रहने वाले नरेंद्र और दुर्गा साहू के घर पहली बच्ची ने जन्म लिया तो पूरा परिवार खुशियों से झूम उठा। खुशी इतनी की बच्ची का नाम ही खुशाली साहू रखा दिया गया। लेकिन यह खुशी क्षणिक साबित हुई। बच्ची दूध नहीं पी पा रही थी। जांच में पता चला कि उसकी सांस नली और आहार नली आपस में चिपकी हुई है और वह पूर्ण रूप से विकसित नहीं हुई है। श्रमिक और निम्न आय वर्ग के नरेंद्र साहू ने पहले तो बच्ची को लिम्हा स्वास्थ्य केंद्र में दिखाया, जिन्होंने उन्हें किसी बड़े अस्पताल ले जाने की सलाह दी।

इसके बाद दुर्गा साहू और नरेंद्र साहू अपनी नवजात बच्ची को लेकर मुंगेली के एवन अस्पताल पहुंचे, जिन्होंने जांच के बाद बच्ची को बिलासपुर के श्री शिशु भवन रेफर किया। माता-पिता अपने नवजात बच्ची को लेकर बड़ी उम्मीद के साथ श्री शिशु भवन पहुंचे तो उसकी हालत बेहद नाजुक थी। बच्ची की जांच के बाद डॉक्टर श्रीकांत गिरी, डॉक्टर ओम माखीजा, डॉक्टर अंधारे, डॉ अभिमन्यु, डॉ रवि द्विवेदी, डॉक्टर पाठक की टीम ने बच्ची का तत्काल सर्जरी करने का निर्णय लिया। 26 जून को बच्ची को अस्पताल में भर्ती कर उसकी सर्जरी की गई। श्री शिशु भवन के इलाज और देखरेख से धीरे-धीरे नवजात की स्थिति बेहतर होती चली गई और अब वह पूरी तरह स्वस्थ हो चुकी है। रविवार 14 जुलाई को जब दुर्गा साहू और नरेंद्र साहू को पता चला कि उनकी बेटी पूरी तरह स्वस्थ है और उसे डिस्चार्ज किया जा रहा है तो वे खुशी से झूम उठे और इस खुशी में उन्होंने पूरे अस्पताल में लड्डू बांट दिया।

माता-पिता तो माता-पिता ही होते हैं, भले ही वह दुनिया की नजर में मजदूर क्यों ना हो लेकिन अपने संतान के लिए वे किसी भी हद से गुजार सकते हैं । बेहद गंभीर अवस्था में जन्मी नन्ही खुशाली साहू की जिंदगी श्री शिशु भवन के कुशल चिकित्सकों ने बचा ली। बच्ची को नवजीवन मिलने के पीछे केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना भी मददगार स्थापित हुई, जिसका लाभ भी मिला। इसके अलावा अस्पताल प्रबंधन ने भी बिल में यथासंभव राहत प्रदान की। रविवार को छुट्टी के बाद माता-पिता अपनी नन्ही बच्ची को लेकर मुंगेली लौट गए। उस वक्त केवल खुशाली के माता-पिता के चेहरे पर ही खुशी नहीं थी बल्कि श्री शिशु भवन का पूरा स्टाफ गर्व और खुशी एक साथ महसूस कर रहा था।

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