

आकाश दत्त मिश्रा

धनंजय गोस्वामी ने सवाल किया है कि क्या हिंदुस्तान में हिंदू होना इतना बड़ा गुनाह हो गया कि इसी वजह से कोई किसी की बेदम पिटाई करें ? क्योंकि एक दिन पहले केवल हिंदू प्रतीक चिन्ह पहने होने की वजह से विधर्मी युवकों ने एक हिंदू युवक की तब तक पिटाई की जब तक वह अधमरा नहीं हो गया। और यह सब कुछ सीरिया या किसी अरब के देशों में नहीं बल्कि बिलासपुर जैसे कथित शांति प्रिय शहर में हुआ है।

तालापारा को मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र कहा जाता है। अब शायद इस क्षेत्र में हिंदुओं का प्रवेश भी वर्जित होता जा रहा है। यह आरोप लगाते हुए धनंजय गिरी गोस्वामी ने बताया कि बिल्हा में रहने वाले जीवनदीप सिंह अपने किसी मित्र को अपनी कार से छोड़ने बुधवार रात को तालापारा क्षेत्र गए थे ।रात करीब 12:00 बजे जब वे अपने मित्र को छोड़ रहे थे तो उनके कर के हेडलाइट ऑन थे। वहीं सामने कुछ बदमाश किस्म के युवक बैठे थे, जिन पर कार की रोशनी पड़ रही थी। बस इतनी सी बात पर वे उखड़ गए। जब यह बदमाश किस्म के युवक जीवनदीप सिंह के पास पहुंचे तो देखा कि उसके गले में तुलसी की माला है। फिर क्या था, इन लोगों ने यह कहते हुए उसकी पिटाई शुरू कर दी कि उनके इलाके में एक हिंदू क्या कर रहा है ? इससे पहले की जीवनदीप सिंह कुछ बता पाता, इन लोगों ने उसके कार की चाबी छीन ली, कार के शीशे तोड़ दिए और लहू लुहान होने तक उसकी पिटाई की।

धनंजय गिरी गोस्वामी ने आरोप लगाया कि इन बदमाशों में से कुछ तो वह थे जो नवीन महादेव हत्या में भी शामिल थे। हैरानी की बात यह है कि सरे राह सरे आम यह बदमाश जीवनदीप सिंह की पिटाई करते रहे लेकिन बड़ी संख्या में वहां प्रत्यक्ष दर्शी होने के बावजूद किसी ने भी बीच बचाव का प्रयास नहीं किया, जैसे इस कार्य में उनकी भी सहमति हो। ऐसा लग रहा है जैसे बदमाश इसी ताक में थे, तभी तो उन्होंने लाठी डंडे बेस बॉल बैट और हथियार से जीवनदीप की पिटाई की, जिससे जीवनदीप पूरी तरह से डरा सहमा हुआ है। इन बदमाशों ने उनके गले में मौजूद तुलसी माला को भी तोड़ दिया। पुलिस ने इस मामले में अपराध तो दर्ज कर लिया है लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। आरोप लग रहे हैं कि बदमाशों के राजनीतिक आका उन्हें संरक्षण देते हुए अब उनके बचाव का प्रयास कर रहे हैं। धनंजय ने इस प्रवृत्ति को इस शहर के लिए बेहद खतरनाक बताया है। उन्होंने पूछा कि क्या तालापारा हिंदुओं के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र हो गया है, जहां हिंदू नहीं जा सकते। अगर यही सोच अन्य मोहल्लों में दूसरे धर्म के लोग रखने लगे तो फिर शहर की शांति व्यवस्था का क्या होगा ? इसलिए उन्होंने ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
