श्री रूद्र चण्डी महायज्ञ सहित देवी भागवत कथा प्रारंभ,कलश यात्रा का पुष्प वर्षा एवं आरती द्वारा भव्य स्वागत

श्री पीताम्बरा पीठ सुभाष चौक सरकण्डा बिलासपुर छत्तीसगढ़ स्थित त्रिदेव मंदिर में चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व पर ब्राह्मणों द्वारा दुर्गा सप्तशती के पाठ सहित देवी भागवत कथा एवं रूद्र चण्डी महायज्ञ का प्रारंभ हो चुका है।9 अप्रैल मंगलवार चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा को कलश यात्रा,सरकण्डा स्थित मानस मंदिर से प्रारंभ होकर मुख्य मार्ग होते हुए नूतन चौक होते हुए बघवा मंदिर के रास्ते से श्री पीताम्बरा पीठ त्रिदेव मन्दिर संपन्न हुआ।जिसका अनेक स्थानो पर पुष्प वर्षा एवं आरती द्वारा स्वागत किया गया। तत्पश्चात पंचांग पूजन, यज्ञ मंडप प्रवेश, श्री मनोकामना घृत अखंड ज्योति कलश प्रज्वलित, ध्वजारोहण, देव प्रतिष्ठा, श्री दुर्गा सप्तशती पाठ,देवी देवताओं का आवाहन आरंभ हुआ। इस अवसर पर बिलासपुर एवं अनेक श्रद्धालुगण उपस्थित थे।

9 अप्रैल 2024 को पीताम्बरा पीठ के कथा मण्डप में देवी भागवत कथा के अवसर पर पीताम्बरा पीठाधीश्वर डाॅ दिनेश जी महाराज ने कहा कि सभी देवता माँ पीताम्बरा बगलामुखी देवी की कृपा से संसार बनाते हैं सत्ता और सफलता प्राप्त करते हैं ब्रह्मा जी सृष्टि बनाने मे,विष्णु जी पालन करने में, और शिव जी विसर्जन करने में देवी की कृपा से सफल होते हैं।इसलिए देवी की आरती के समय गाया जाता है कि “जय अंबे गौरी मैया जय श्यामा गौरी तुमको निशदिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवजी” पीठाधीश्वर जी ने कहा कि अन्य पुराणों कार्य-कोटि और कारण-कोटि के मानव,दानव और देवताओं के पुरुषार्थ पराक्रम की और परस्पर हानि-लाभ की चर्चा है। परंतु देवी भागवत में देवताओं पर देवी की कृपा सहयोग एवं सत्ता की चर्चा है।पीठाधीश्वर जी ने कहा कि सभी प्रकार के पापों का देवी भागवत में श्रवण से नाश हो जाता है।

मंदिर परिसर में 09 अप्रैल से 16 अप्रैल तक प्रतिदिन दोपहर 3:00 बजे से कथा व्यास आचार्य श्री मुरारीलाल त्रिपाठी राजपुरोहित कटघोरा – कोरबा छत्तीसगढ़ के श्रीमुख से श्रीमद् देवी भागवत का संगीतमय रसपान कराया जा रहा है।रूद्र चंडी यज्ञ के यज्ञाचार्य श्री गिरधारी वल्लभ झा वेदांताचार्य वैद्यनाथ धाम देवघर झारखंड के द्वारा सम्पन्न हुआ।

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