सरकंडा थाना क्षेत्र में रहने वाली तीन युवतियां अचानक लापता हो गई, जिसमें से दो नाबालिक और एक वयस्क थी। परिजनों ने इसकी शिकायत सरकंडा थाने में की। इसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की। बालिकाओं को ढूंढने के लिए साइबर सेल की भी मदद ली गई। परिजनों की इन बच्चियों से बात हो रही थी, पुलिस ने जब नम्बर ट्रेस किया तो पता चला कि यह नंबर आदतन अपराधी विनय मलिक के पास है, जिसके बाद पुलिस ने एक टीम गठित कर विनय मालिक तक पहुंची तो पता चला कि विनय मलिक ने इन बच्चियों को एक कमरे में बंद कर रखा था और दूसरे कमरे में वह खुद था। आपको बता दे कि विनय मलिक बिलासपुर का कुख्यात अपराधी है, जिसके खिलाफ अलग-अलग थानों में दो दर्जन से अधिक मामले पंजीबद है, जिसमें चोरी, लूट मारपीट, आर्म्स एक्ट, बलात्कार और अपहरण के मामले भी है। इन बच्चियों को उसने किस नियत से अपने पास रखा था, यह जांच का विषय है। फिलहाल पुलिस ने बालिकाओं को विनय मलिक के चंगुल से छुड़ाकर उनके परिजनों के सुपुर्द किया है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल यह तीनों युवतियां घूमते घूमते छठ घाट पहुंच गई थी ,जहां विनय मलिक की नजर उन पर पड़ गई। विनय मलिक ने खुद को पुलिस वाला बताया और तीनों से पूछताछ करने के नाम पर उन्हें लेकर एक खाली बंद पड़े रेलवे क्वार्टर में ले गया, जहां वह तीनों के साथ तरह-तरह के जुल्म करता रहा। इस दौरान विनय मलिक ने तीनों को कोलकाता ले जाकर सोनागाछी में बेचने की भी योजना बना ली थी। उसने ट्रेन में रिजर्वेशन का भी प्रयास किया था, वह रिजर्वेशन कंफर्म होने का इंतजार ही कर रहा था कि तभी वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया । विनय ने इन बच्चियों के साथ दुष्कर्म किया है या नहीं पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है । इस बार पुलिस ने ऐसे दुर्दांत अपराधी के खिलाफ सख्त कार्यवाही का मन बना लिया है
सिटी कोतवाली पुलिस ने ऑपरेशन प्रहार के तहत एक बदमाश को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है । पुलिस ने सूचना के बाद रिवर व्यू परिसर के पास लोहे का धारदार हथियार लेकर लोगों को डराने धमकाने के आरोप में चिंगराज पारा निवासी रवि यादव को गिरफ्तार किया है।