कोरबा के दीपका कोयला खदान में मिट्टी धसने से पांच लोग दब गए , जिनमें से तीन की मौके पर ही मौत हो गई, तो वही एक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। यह खदान एसईसीएल की है। जानकारी मिलते ही तुरंत रेस्क्यू अभियान चलाया गया। सुबह तक चले अभियान में दो लोग तो सुरक्षित निकाल गए लेकिन तीन लोगों को नहीं बचाया जा सका।
हरदी बाजार थाना क्षेत्र के दीपका खदान के सुवाभोडी गांव में बम्हनी कोना निवासी 5 युवक गुरुवार दोपहर 3:00 बजे कोयला चोरी करने गए थे। तभी अचानक मिट्टी का एक बड़ा हिस्सा भरभरा कर उनके ऊपर आ गिरा। हादसे की खबर मिलते ही प्रशासन के अधिकारी बचाव दल के साथ मौके पर पहुंच गए। रेस्क्यू कर मिट्टी में दबे 18 वर्षीय प्रदीप पोर्ते, और 23 वर्षीय शत्रुघ्न कश्यप को बाहर निकाल लिया गया। 17 वर्षीय लक्ष्मण ओढ़े शुक्रवार सुबह निकाला जा सका। इस हादसे में प्रदीप पोते लक्ष्मण ओढ़ और शत्रुघ्न कश्यप की मौत हो गई। इलाज के दौरान लक्ष्मण मरकाम ने भी दम तोड़ दिया। इस हादसे में घायल हुआ अमित कुमार फिलहाल जीवित है।
बताया जा रहा है कि सभी युवक एक ही गांव के थे, जो कोयल लेने गए थे । इधर एसईसीएल के जनसंपर्क अधिकारी शानिश चंद्र ने बताया कि यह लोग प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसकर कोयला निकल रहे थे , जहां जाने की किसी को भी अनुमति नहीं है। मिट्टी खोदकर कोयला निकालने की कोशिश की जा रही थी इसी कारण से उनके ऊपर मिट्टी गिर गई, जिसकी चपेट में आने से चार युवकों की मौत हो गई है।