रेलवे अंग्रेजी माध्यम स्कूल नंबर 1 के प्रिंसिपल श्री के के मिश्रा सन 2011 से इस संस्थान में प्राचार्य के पद को संभाले हुए थे। उनके कार्यकाल में स्कूल ने बहुत से कीर्तिमान स्थापित किए। स्कूल के संपूर्ण विकास हेतु उन्होंने कई महत्वपूर्ण निर्णय रेलवे की मदद से लिया एवं इस संस्थान को ISO 9001/2015 सर्टिफाइड संस्था की श्रेणी में भी लाया। यह स्कूल भारतीय रेलवे के तमाम स्कूलों में एक मॉडल स्कूल की भूमिका निभा रहा है। रेलवे बोर्ड ने भी पूरे भारतवर्ष के रेलवे स्कूलों में इसे अहम दर्जा दिया है एवं अन्य स्कूलों को भी इस स्कूल की तर्ज पर विकसित करने की सलाह दी है। कुछ वर्षों पूर्व रेलवे स्कूलों को बंद करने का निर्णय रेलवे बोर्ड द्वारा लिया जाना सुनिश्चित हो रहा था ऐसे समय में रेलवे बोर्ड के पदाधिकारी द्वारा इस स्कूल का निरीक्षण करने के उपरांत उन्हें अपना फैसला बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा। विगत कुछ वर्षों में जो रेल कर्मचारी अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में भरती के लिए प्राथमिकता देते थे, आज वे सब पुनः इस स्कूल का रुख करने लगे हैं। आज की स्थिति में इस स्कूल में एडमिशन मिलने की मारा मारी है। यहां के विद्यार्थी न केवल शिक्षा के क्षेत्र में आगे है बल्कि खेलों में राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहे है, कला के क्षेत्र में भी इनका कोई सानी नहीं है। विद्यालय के सर्वांगीण विकास में प्राचार्य के. के. मिश्रा का अभूतपूर्व योगदान रहा है एवं इस पुनीत कार्य में उनका साथ उप प्राचार्य महोदय श्री उमेश कुमार ने भी निभाया है साथ ही पीटीए का भी उन्हें पूरा सहयोग मिला है।

पैरंट टीचर एसोसिएशन (पीटीए) की ओर से उनके सेवा निवृत्ति पर दोनो को स्मृति चिन्ह, पुष्प गुच्छ एवं मुंह मीठा कर विदाई दी गई। इस दौरान पीटीए के सदस्य राजेश गेडाम, अजय यादव, पंकज गिल, मनीषा नंदी, तुहीन चटर्जी, पल्लवी झा, सुष्मिता प्रामाणिक, संतोष साहू, मीतू, प्रतिमा साहू, तनुश्री नाथ, सुबीर माजी, हिरमन कुशवाहा, संजय केतन दास, शेखर राव उपस्थित थे। यह जानकारी पीटीए के सदस्य जी मधु बाबू ने दी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!