

यूनुस मेमन

ट्रेन में नाबालिग बच्ची को अकेला पाकर कथित फकीर उसे अपने घर ले गया और फिर मौका पाकर उसके साथ अप्राकृतिक कृत किया। बुधवार को ग्राम पोड़ी में एक नाबालिक बच्ची डरी सहमी अकेली रो रही थी। पूछताछ में वह अपना नाम पता तक नहीं बता पा रही थी। पुलिस ने बच्ची को अपने संरक्षण में दिया और थाने ले जाकर उससे पूछताछ की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
पता चला कि 26 दिसंबर को नाबालिग बच्ची ट्रेन से बिलासपुर गई थी। ट्रेन में ही उसकी मुलाकात बेलगहना के डिपरा पारा निवासी कथित फकीर मोमिन्द शा उर्फ गोपाल के साथ हुआ था। नकली फकीर बच्ची को अपने घर ले गया और रात भर उसे अपने परिवार के साथ घर पर रखा। दूसरे दिन भीख मांगने के नाम पर वह बच्ची को अपने साथ लेकर ग्राम खैरा गया, जहां से पैदल दोनों ग्राम पोड़ी के सुनसान जंगल पहुंचे। जंगल में एकांत देखकर नकली फकीर की नीयत डोल गई और उसने बच्ची के साथ जबरन अप्राकृतिक कृत्य किया और फिर उसे वहीं छोड़कर भाग गया, जो पुलिस के हाथ लगी ।
पूछताछ के दौरान ग्राम पोड़ी खैरा के लोगों ने बताया कि नाबालिक बच्ची को सुबह एक फकीर के साथ घूमते देखा गया था जो ग्राम बेलगहना में रहता है, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी मोमिन्द शा को ढूंढ निकाला जिसने पुलिस पूछताछ में घुटने टेकते हुए पूरी कहानी कह सुनायी। आरोपी फकीर के खिलाफ पुलिस ने अपहरण, बलात्कार और 4 पोक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।