1 जून विश्व दुग्ध दिवस के दिन पशु चिकित्सा विभाग के ज्वाइन डायरेक्टर के मार्गदर्शन में एक संगोष्ठी गोकुल नगर पशु चिकित्सालय बिलासपुर में आयोजित हुई। इसमें विशेषज्ञ डॉक्टरों ने थनैला रोग से बचाव के उपाय बताए गए। उस रोग में जो एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाए जाते है वो मनुष्य के लिए कितने हानिकारक रहते है इस पर विशेष ध्यान आकृष्ट किया गया। पशुओं के लिए लैब को और आधुनिक बना दिया गया है। जिससे पशुओं में आने वाली बीमारी और वर्तमान बीमारी का पता तुरंत लगाया जा सकता है।
पशु चिकित्सा विभाग से ज्वाइन डायरेक्टर श्री डी डी झारिया सर का मार्गदर्शन डॉ वीरेंद्र पिल्ले, डॉ तन्मय ओट्टलवार, विजय पैकरा Avfo, जयंत श्रीवास्तव Avfo, महेंद्र साहू एवम अन्य स्टाफ का सहयोग रहा। संगोष्ठी के पश्चात उत्कृष्ट डेयरी फार्मर मुकेश मिश्रा, अशोक शर्मा, आकाश शर्मा , कमलेश मिश्रा , प्रकाश गुप्ता पियूष दुबे, दिनेश गौली, शरद गुप्ता का सम्मान किया गया।
अंत में जिला दुग्ध उत्पादक संघ के अध्यक्ष मुकेश मिश्रा ने सभी का आभार व्यक्त किया।
विश्व दुग्ध दिवस के दिन सभी छोटे बच्चो को विभाग की तरफ कोल्ड्रिंक ना पीने की समझाइश भी दी गई। और उन सभी बच्चों को देवभोग दुग्ध समिति की मीठे दूध का वितरण किया गया।
दूध की विशेषताएं
“दूध – बुनियादी पोषक तत्व, जो एक शिशु से लेकर बूढ़े तक, हर किसी को मिलना चाहिए…”
विश्व दुग्ध दिवस 2023 की थीम, “जिला दुग्ध उत्पादक संघ ” इस बात पर जोर देता है कि कैसे डेयरी क्षेत्र पोषण संबंधी खाद्य पदार्थ और आजीविका की पेशकश करते हुए अपने पर्यावरणीय फुट प्रिंट को कम कर सकता है।
सेहत के लिए फायदेमंद है दूध
दूध पीना सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। दूध कैल्शियम, पोटेशियम, विटामिन ए, विटामिन b12, विटामिन बी, फास्फोरस, प्रोटीन आदि जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। दूध के सेवन से हड्डियों और दांतों को मजबूती मिलती है। इसके साथ ही इसके सेवन से ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है। दूध रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में भी कारगर है।