मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुसार राज्य में 01 अप्रैल से छत्तीसगढ़ सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण शुरू हो रहा है। जिले में 909 प्रगणक दल गठित किए गए हैं, जो घर-घर जाकर सर्वे का काम करेंगी। कलेक्टर श्री सौरभ कुमार ने घरों में सर्वे के लिए आए प्रगणक दलों को सही-सही जानकारी उपलब्ध कराकर सर्वेक्षण कार्य में सहयोग की अपील की है।
कलेक्टर के निर्देश पर जिले में सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण कार्य को लेकर प्रशासनिक तैयारियां पूर्ण हो चुकी है। इस हेतु जनपद स्तर पर नियुक्त सुपरवाईजर और सभी प्रगणकों को प्रशिक्षण देने का कार्य पूरा हो गया है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक प्रगणक दल का गठन किया गया है, जिसमें एक महिला सदस्य एवं एक पुरूष सदस्य शामिल हैं, जो घर-घर जाकर सर्वे करेंगे। सर्वे में मुख्य रूप से परिवार के मुखिया की मौलिक जानकारी, प्रधानमंत्री आवास योजना की जानकारी, राशन कार्ड, धान विक्रय, नरेगा जॉब कार्ड, परिवार के अन्य सदस्यों की जानकारी, समस्त स्त्रोतों से परिवार की आमदनी, आयकर दाता, परिवार की भूमि, आवास है या नहीं, आवास एवं शौचालय की जानकारी, निराश्रित परिवार, सिंचाई साधन, वाहन एवं अन्य सामग्री, घरेलु ईंधन की व्यवस्था, कुकिंग गैस, कौशल प्रशिक्षण एवं विद्युत कनेक्शन सहित अन्य जानकारी प्राप्त की जाएगी। प्राप्त डाटा का एप्प के माध्यम से सर्वे स्थल पर ऑनलाइन या ऑफलाइन एंट्री की जाएगी। सर्वेक्षण का कार्य 30 अप्रैल तक पूर्ण कराया जाना है। इस सर्वेक्षण का उद्देश्य शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का जनसामान्य के जीवन पर प्रभाव का आकलन कर, प्राप्त जानकारी का उपयोग भविष्य में योजनाओं के बेहतर क्रियान्यवन तथा नई योजनाओं के निर्माण हेतु किया जाना है।