आकाश दत्त मिश्रा
दिल्ली के कंझावाला दुर्घटना की तरह बिलासपुर में भी एक दुर्घटना को अंजाम दिया गया है, अंतर बस इतना है कि यहां पीड़ित लड़की नहीं लड़का है। बिलासपुर के गोल बाजार क्षेत्र में रहने वाले सचिन केशरवानी रिकवरी का काम करते हैं। हर दिन की तरह बुधवार को वे अपने काम से तोरवा छठ घाट पुल की ओर से राजकिशोर नगर जा रहे थे। सचिन केसरवानी शनि मंदिर चौराहा के पास पहुंचे ही थे कि तभी पीछे से आ रही तेज रफ्तार टाटा कंपनी निर्मित कार के चालक ने उनके मोटरसाइकिल को अपनी चपेट में ले लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कार के साथ मोटरसाइकिल का लेग गार्ड फस गया जिससे सचिन काफी दूर तक घिसट गया। शुरुआत में कार सचिन के बाएं पैर पर चढ़ कर गुजर गई, इससे सचिन गिरकर बेहोश हो गया।
इस दुर्घटना में सचिन की मोटरसाइकिल कार के साथ ही फस गई, जिसे छुड़ाने के लिए कार चालक ने कार को रिवर्स किया। रिवर्स के दौरान दुर्घटनाकारी कार एक बार फिर से सचिन के ऊपर से गुजर गई, जिससे उसके सर,नाक और शरीर के कई अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आई। सचिन के पैर के हड्डी कई जगह से टूट गयी। दुर्घटना को अंजाम देने के बाद कार चालक मौके से भागने में कामयाब रहा। इस दुर्घटना में जहां सचिन केसरवानी बुरी तरह घायल हो गया तो ही उसके मोटरसाइकिल भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है
दुर्घटना के बाद वहां जुटे लोगों ने 108 को खबर दी जिसकी मदद से घायल सचिन केसरवानी को पहले सिम्स लाया गया, जहां से परिजन उसे इलाज के लिए निजी अस्पताल ले गए। इस सड़क दुर्घटना में घायल सचिन केशरवानी की हालत गंभीर बनी हुई है, जिसका इलाज आईसीयू में चल रहा है। इस कारण से सचिन के परिजनों ने गुरुवार को सरकंडा थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश कर रही है ।
बिलासपुर शहर के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं लेकिन जहां दुर्घटना हुई है शायद वहां कैमरे नहीं है तो वहीं छठ घाट का पुलिस चौकी भी लंबे समय से बंद है जिस कारण से कार चालक भागने में कामयाब रहा। इधर घायल सचिन केसरवानी और उनके परिजनों का मानना है कि यह दुर्घटना सामान्य दुर्घटना नहीं है। इसके पीछे वे किसी षड्यंत्र की आशंका व्यक्त कर रहे हैं। सचिन केसरवानी के परिजनों का मानना है कि चूंकि सचिन रिकवरी का काम करता है इसलिए कुछ लोगों से उसकी अनबन हो सकती है, संभव है कि उनके द्वारा ही जानबूझकर इस दुर्घटना को अंजाम दिया गया है, लेकिन सच्चाई तभी सामने आएगी जब दुर्घटना कारी का चालक पकड़ में आएगा। अगर पुलिस दुर्घटना के वक्त का सीसीटीवी फुटेज हासिल करने में कामयाब होती है तो इस मामले को आसानी से सुलझाया जा सकता है।