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गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में होने वाले छात्र परिषद चुनाव को लेकर गतिरोध को दूर करने के मकसद से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सोमवार को बड़ी रैली निकाली और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष और निर्विवाद चुनाव कराने हेतु दखल की मांग की। नियमानुसार शिक्षा सत्र के शुरुआत में ही छात्र परिषद का चुनाव हो जाना था लेकिन पहले ही 6 महीने पिछड़ चुके चुनाव में बार-बार तिथि बदलने से छात्र नेताओं में नाराजगी है। गुरु घासीदास विश्वविद्यालय में एनएसयूआई और एबीवीपी समर्पित संगठन ना सिर्फ प्रबंधन पर पक्षपात का आरोप लगा रहे है बल्कि आपस में भी खूनी संघर्ष की स्थिति बन रही है। पिछले दिनों दोनों गुट आपस में भिड़ गए और मामला थाने तक जा पहुंचा। हालांकि इस दौरान मारपीट करने वाले और चोट खाने वाले दोनों छात्रों का संबंध गुरु घासीदास विश्वविद्यालय से ना होने से प्रबंधन ने पल्ला झाड़ लिया। कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता ने साफ कहा कि मामला बाहरी छात्रों से जुड़ा हुआ है इसलिए विश्वविद्यालय का इससे कोई सरोकार नहीं है। असल में दोबारा नामांकन भरने के दौरान छात्रों का दो गुट आपस में भिड़ गया था मजे की बात यह है कि दोनों ही गुट विश्वविद्यालय पर दूसरे पक्ष को शह देने का आरोप लगा रहे है। इसलिए माना जा रहा है कि सेंट्रल यूनिवर्सिटी में निष्पक्ष चुनाव मुमकिन नहीं , वही बार-बार शांति भंग होने से भी विश्वविद्यालय के छात्र सहमे हुए हैं । एनएसयूआई समर्पित ब्रदर हुड पैनल ने एबीवीपी समर्पित संघर्ष पैनल और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पर ही गंभीर आरोप लगाए थे इसलिए अपना पक्ष रखते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने सोमवार को विशाल रैली निकाली और कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए विश्वविद्यालय में शांतिपूर्ण चुनाव की मांग की।