पखांजुर से बिप्लब कुण्डू-27.2.22
पखांजुर–
शासन प्रशासन ग्रामीण इलाकों में शिक्षा स्तर सुधारने व व्यवस्थाएं जुटाने के लिए लाखों,करोड़ो रूपए खर्च करता है। लेकिन जमीनी स्तर पर इनका बहुत ज्यादा लाभ ग्रामीण क्षेत्रों को नहीं मिल पाता है। ऐसा ही मामला कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के ग्राम हरनगढ़ का सामने आया है। जहा हरनगढ़ स्कूल भवन का मरम्मत कराया जा रहा है। ठेकेदार के द्वारा मरम्मत कार्य मे लोपापोती करते हुए स्कूल मरम्मत कराया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया की ठेकेदार के द्वारा मरम्मत कार्य मे नियमों को दरकिनार करते हुए काम करावा जा रहा है। दीवारों को बिना घिसे बिना पुटी के ही तुखपालिस कर रंगाई पोताई करवाई जा रही है। बता दे कि पुरानी दीवार में पोताई करने से पहले अच्छे से घिसवा जाता है फिर उसमें रंगाई करवाई जाती है जो ठेकेदार के द्वारा नही करवाया जा रहा है। इस कार्य को कौनसा विभाग करवा रहा है बता पाना मुश्किल हो रहा है। क्योंकि निर्माण स्थल पर संबंधित विभाग के द्वारा सूचना बोर्ड नही लगवाया गया। इस विषय पर पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों से जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि हमारे विभाग से काम नही करवाया जा रहा आप आरईएस विभाग या ठेकेदार से संपर्क करे। जब आरईएस विभाग के एसडीओ से इस विषय पर पूछाने पर उन्होंने बतलाया की हमारे विभाग का काम नही है। मैं इस संबंध पर और कुछ भी नही बता पाऊँगा।
इस संबंध पर ठेकेदार के इंजीनियर सदाम शेख ने बतलाया कि स्टीमेट के आधार पर ही काम करवाया जा रहा है। सूचना बोर्ड जल्द ही लगवा दिया जाएगा,और आपको ज्यादा जानकारी चाहिए तो आप एसडीएम से संपर्क कर सकते है। ग्रामीणों ने इस समाचार के माध्यम से शासन प्रशासन से मांग की है कि स्कूल मरम्मत का काम गुणवत्तापूर्ण हो। ताकि बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ ना हो सके। और सूचना बोर्ड लगवाया भी लगवाया जाए ताकि काम से संबंधित जानकारी मिल सके।