

बिलासपुर। रविवार को जल संसाधन विभाग के प्रार्थना सभा कक्ष में छत्तीसगढ़ प्रखर पत्रकार महासंघ के तत्वावधान में भव्य पत्रकार महासम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश भर से बड़ी संख्या में पत्रकार, लेखक एवं समाजसेवी शामिल हुए, जिससे सभागार पूरी तरह पत्रकारिता से जुड़े विमर्श का केंद्र बन गया।
यह आयोजन केवल एक औपचारिक सम्मेलन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पत्रकारिता के वर्तमान परिदृश्य और गिरते मानकों को लेकर गहन वैचारिक मंथन का मंच बना। सम्मेलन में पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा, कवरेज के दौरान उनकी सुरक्षा, पत्रकार सुरक्षा कानून की आवश्यकता, फील्ड रिपोर्टिंग के दौरान आने वाली व्यावहारिक चुनौतियां तथा डिजिटल युग में मीडिया की भूमिका जैसे गंभीर और समसामयिक विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि बदलते दौर में पत्रकारों को न केवल तकनीकी रूप से दक्ष होना होगा, बल्कि निष्पक्षता, नैतिकता और जिम्मेदारी को भी प्राथमिकता देनी होगी।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस जिला अध्यक्ष (शहर) सिद्धांशु मिश्रा उपस्थित रहे। उन्होंने पत्रकारों को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए कहा कि समाज को दिशा देने में मीडिया की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। विशिष्ट अतिथि के रूप में दिलीप पाटिल सहित अन्य गणमान्य अतिथियों ने भी अपने विचार रखे और पत्रकारों के हित में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
सम्मेलन के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले पत्रकारों, लेखकों एवं समाजसेवियों का सम्मान किया गया। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ प्रखर पत्रकार महासंघ द्वारा ऑल इंडिया मीडिया संगठन (आईमा) के बिलासपुर संवाददाता नवल वर्मा को पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। सम्मान पाकर उपस्थित पत्रकारों में उत्साह और प्रेरणा का माहौल देखने को मिला।
कार्यक्रम के अंत में आयोजकों ने सभी अतिथियों, पत्रकार साथियों और सहभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में भी ऐसे आयोजनों के माध्यम से पत्रकारिता के मूल्यों को सशक्त करने और पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा के लिए निरंतर प्रयास किए जाते रहेंगे।
