आपका मोबाइल गुम हो जाने पर आपको दोहरी चपत लग सकती है। अव्वल तो महंगा मोबाइल और डाटा चला जाएगा। और अब तो गुम मोबाइल से बैंक खाता भी साफ कर दिए जा रहे हैं। लगातार इस तरह के तीन मामले सामने आने के बाद पुलिस भी हैरान- परेशान है।
उसलापुर निवासी जिला अस्पताल के डॉक्टर के कार से उनका मोबाइल सप्ताह भर पहले चोरी हो गया था, जिसकी रिपोर्ट उन्होंने सकरी में दर्ज कराई थी। उनके फोन में गूगल पे इंस्टॉल था। इसी एप्प की मदद से किसी ने उनके खाते से 93,500 रु ट्रांसफर कर लिए। यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि बेलतरा के पूर्व विधायक के बेटे चेतन धर दीवान के गुम मोबाइल से किसी ने 3 लाख रुपए ट्रांसफर कर लिए। मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है। दिवाली के दिन बेलतरा के पूर्व विधायक स्वर्गीय बद्रीधर दीवान के बेटे चेतन धर दीवान फल खरीदने शनिचरी बाजार गए थे। बिलासा चौक पर फल खरीदते समय उनका मोबाइल गुम हो गया। घर पहुंचने पर उन्हें इस बात की जानकारी हुई । उन्होंने इसकी सूचना थाने में दी। दिवाली के दूसरे दिन 1 नवंबर को उन्होंने दूसरे मोबाइल में सिम लगाकर गूगल पे इंस्टॉल किया, तब उन्हें रुपए ट्रांसफर होने के मैसेज आने लगे।
31 अक्टूबर से 1 नवंबर के बीच उनके मोबाइल से 9 किस्तों में कुल ₹3 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए थे। उनके खाते में करीब 16 लाख रुपए थे। समय रहते उन्होंने मोबाइल का आईडी पासवर्ड बदल दिया था, तब कहीं जाकर ट्रांसफर रुका। यह कोई अकेला मामला नहीं है। बृहस्पति बाजार क्षेत्र में भी एक सर्राफा व्यापारी का मोबाइल 18 दिन पहले गुम हो गया था। दो दिन बाद जब उन्होंने दूसरे फोन पर सिम लगाया तो पता चला कि किसी ने 63,000 ट्रांसफर कर लिए हैं। पुलिस को आशंका है कि कोई बाहरी गिरोह सक्रिय है, जो मोबाइल चोरी करने के बाद इस तरह से यूपीआई की मदद से रुपए ट्रांसफर कर रहा है।