जय वंदे मातरम संगठन द्वारा पूर्व वर्ष की तरह इस वर्ष भी भव्य कावड़ यात्रा का आयोजन 5 अगस्त दिन सोमवार को किया जा रहा है। यह यात्रा छठ घाट से जल भर कर प्रातः 8 बजे प्रारम्भ होकर तोरवा गुरुनानक चौक, जगमल चौक, गाँधी चौक, हटरी चौक, कोतवाली चौक, सदर बाजार, देवकीनंदन चौक पुराना पुल होते हुए सुभाष चौक, नूतन चौक होते हुये नंदेश्वर महादेव मंदिर सरकंडा मे जलाभिषेक व प्रसाद वितरण के साथ समाप्त होगा।
जय वन्दे मातरम् संगठन के प्रदेश संयोजक राजेन्द्र सिंह व जिलाध्यक्ष राजू सलूजा ने बताया की सावन के पवित्र महीने मे भगवान भोलेनाथ की भक्ति मे लीन शिव भक्त जो कावड़ चढ़ाने बाहर जाते है व बहुत से भक्त किसी कारणवश नही जा पाते है उनके लिये बिलासपुर मे कावड़ यात्रा की शुरुआत की गईं है।
हिंदू धर्म की मान्यता के मुताबिक चतुर्मास में पड़ने वाले श्रावण के महीने में कांवड़ यात्रा का बड़ा महत्व है
माना जाता है कि शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है. उन्हें केवल एक लोटा जल चढ़ा कर प्रसन्न किया जा सकता है. वहीं यह भी मान्यता है कि शिव बहुत जल्दी क्रोधित भी होते हैं
लिहाजा ऐसी मान्यता भी है कि इस कांवड़ यात्रा के दौरान मांस, मदिरा, तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए और न ही कांवड़ का अपमान (ज़मीन पर नहीं रखना चाहिए) किया जाना चाहिए
कांवड़ यात्रा शिवो भूत्वा शिवम जयेत यानी शिव की पूजा शिव बन कर करो को चरितार्थ करती है
धर्मनगरी बिलासपुर मे बहुत से शिव भक्त इस पुण्य से वंचित हो जाते है उन्हें भी इसका लाभ मिले और हमारी तरुणाई अभी से इस कावड़ यात्रा के मूल विषय को जान सके इन्ही सब विषयो को ध्यान मे रख कर जय वन्दे मातरम संगठन द्वारा इस यात्रा को आयोजित किया गया है
पूर्व वर्ष की भाती इस वर्ष भी बड़ी संख्या मे महिलाये बच्चे और बडो की अच्छी संख्या कावड़ यात्रा मे शामिल होने जा रही है इस कावड़ यात्रा में बिलासपुर के सभी शिव भक्त सादर आमंत्रित है
कावड़ यात्रा के लिये कावड़ तैयार है जो भी बंधु व भगिनी को कावड़ की आवश्यकता है वह संघठन के कार्यकर्ताओ से सम्पर्क कर सकते है
इस कावड़ यात्रा में बिलासपुर के सभी शिव भक्तों को सादर आमंत्रित किया गया है, जिनसे निवेदन किया गया है कि वे समय पर भगवा वस्त्र धारण कर अपना कावड़ लेकर पहुंचे। कांवर प्राप्त करने के लिए भी आयोजन समिति द्वारा कुछ नंबर उपलब्ध कराए गए हैं।