कल्याण कुंज वृद्ध आश्रम में आनंद सागर सेवा प्रवाह ने मनाया बुद्ध पूर्णिमा


वैशाख पूर्णिमा में दान,पूजा एवं सत्संग का बहुत महत्व होता है ,चाहे वह वस्त्रदान हो या अन्न दान। ज्ञान विद्या दान हो या समय दान ।आनंद सागर सेवा प्रवाह के सदस्यों ने नारायण सेवा एवं बुजुर्गों के सम्मान में भजन, कीर्तन ,सत्संग का आयोजन वैशाख पूर्णिमा एवं बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर पर आज शहर के कल्याण कुंज वृद्ध आश्रम में सायं 4:30 से 6:30 बजे तक भजन कीर्तन सत्संग करके वृद्ध माताओं के साथ अपना समय बिताया । बुद्ध पूर्णिमा ,बैसाख पूर्णिमा से संबंधित मुख्य बातें महत्व बताकर , भजन और सत्संग के माध्यम से कुछ अपनी बात कही और कुछ उन बुजुर्ग माताओं की बातें सुनी जो अपने घर परिवार से दूर अलग वृद्ध आश्रम में अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में समय व्यतीत कर जीवन जी रही हैं। वहां जो भी व्यक्ति जाता है उनमें मातायें अपनापन टटोलती हैं, उनकी आंखें अपनों का इंतजार करती है। सेवा प्रवाह के सदस्यों ने एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत किया । वृद्ध आश्रम की माताओं ने भी भजन गाया और कीर्तन में आनंदित होकर नृत्य भी किया पैर साथ नहीं देता लेकिन हाथ उठाकर आनंद व्यक्त किया ।


आनंद सागर सेवा प्रवाह के संरक्षक पंडित बाबूलाल पंड्या जी एवं कविता शर्मा जी, संस्थापिका एवं अध्यक्ष डॉ सुषमा पंड्या, उपाध्यक्ष सुनीता दास गुप्ता, सचिव सीमा शुक्ला ,सह सचिव सुमन सिंह एवं कोषाध्यक्ष रश्मि श्रीवास ने पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा रखी और सत्संग कर कार्यक्रम को पूर्ण किया। भजन कीर्तन में सीमा सिंह, शांति लकड़ा, शिवली टंडन, दुर्गा मरावी, चंपा दुबे, नीलिमा गुलहरे, मंजुला सिंह ,ओम श्रीवास ,शरद कुमार शर्मा जी और कल्याण कुंज के पूरे 55 सदस्य उपस्थित थे ।भजन कीर्तन सत्संग के पश्चात नाश्ता और प्रसाद का वितरण किया गया। पूरे आयोजन में वृद्ध आश्रम की माताएं अत्यंत खुश थी एवं भावुक भी हो गई।

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