आलोक मित्तल

हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती को खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। हर साल 29 अगस्त को देश भर में खेल दिवस के मौके पर खेल संस्थानों में विभिन्न आयोजन किए जाते हैं ।इसी कड़ी में सोमवार को खेल दिवस के अवसर पर डीपी विप्र महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना राष्ट्रीय कैडेट कोर और क्रीडा विभाग के द्वारा अभिप्रेरक व्याख्यान का आयोजन किया गया ।इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी राजेश चौहान सहित अन्य अतिथि मौजूद रहे। इस मौके पर खेल दिवस के महत्व को विद्यार्थियों को समझाते हुए बताया गया कि खेल दिवस केवल एक दिन के लिए ही नहीं बल्कि 365 दिन के लिए होना चाहिए, जिससे खिलाड़ियों के साथ-साथ खेलों को भी आगे बढ़ाने में सहयोग मिल सके। इस मौके पर डीपी विप्र महाविद्यालय के द्वारा विभिन्न क्रीडा अधिकारियों को सम्मानित भी किया गया, जहां उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी राजेश चौहान ने कहा कि किसी भी कार्य को करने के लिए लगन जरूरी है।

अगर कार्य को लगन के साथ किया जाए तो उसमें सफलता मिल सकती है , चाहे वह शिक्षा हो खेल हो या फिर भविष्य की दिशा तय करनी हो, अगर सोच और लगन के साथ उस कार्य को किया जाएगा उसमें सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि अगर दृढ़ निश्चय हो तो वह आपके आगे के सुनहरे भविष्य के लिए भी कारगर साबित हो सकता है। वहीं उन्होंने खेल को बढ़ावा देने के लिए डीपी विप्र महाविद्यालय द्वारा बैडमिंटन सहित अन्य खेलों के लिए भी आगे बढ़कर खिलाड़ियों को मंच देने के लिए सराहना की। इस मौके पर क्रीड़ा भारती के पदाधिकारी सहित महा विद्यालय के अध्यापक अध्यापिका सहित छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

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